वैसे, यह पहला मौका नहीं है जब गावस्कर ने कोहली या शास्त्री के लिए कड़े शब्दों का प्रयोग न किया हो। इससे पहले एडिलेड की पहली पारी में भारतीय बल्लेबाज फ्लॉप हुए थे तब भी गावस्कर ने अपनी नाराजगी जाहिर की थी। गावस्कर ने तब कहा था, ‘सीनियर बल्लेबाजों को ऐसा करते देखना हैरानीभरा लगा। शीर्ष क्रम के बल्लेबाज ऑफ स्टंप के बाहर जाती गेंदों को छेड़ रहे हैं और विरोधी टीम को अपने विकेट सौंपकर लौट रहे हैं। भारतीय बल्लेबाजों ने उन गेंदों को छेड़ने की कोशिश की, जिसे वह आराम से छोड़ सकते थे। केएल राहुल इस मामले में अपवाद जरूर हो सकते हैं, लेकिन अन्य बल्लेबाजों ने खराब शॉट खेलकर अपने विकेट गंवाए।’