गावस्कर बोले- यह भारत की गलती नहीं जो स्मिथ और वॉर्नर ऑस्ट्रेलियाई टीम से बाहर हैं
भारत की ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक जीत की पूर्व क्रिकेटरों ने जमकर तारीफ की और अपने जमाने के दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने उन आलोचकों को भी करारा जवाब दिया जिन्होंने कमजोर ऑस्ट्रेलियाई टीम की बात कहकर इसे कम आंकने की कोशिश की. भारत ने चार मैचों की सीरीज 2-1 से जीती जो उसकी ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर टेस्ट सीरीज में पहली जीत है. ऑस्ट्रेलिया ने चार मैचों की सीरीज में लचर प्रदर्शन किया और अगर मौसम खराब नहीं होता तो भारत का जीत का अंतर इससे बेहतर होता.
कहा जा रहा है कि गेंद से छेड़छाड़ के कारण प्रतिबंध झेल रहे स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर की अनुपस्थिति के कारण भारत को यह जीत मिली, लेकिन गावस्कर ने इसे मानने से इंकार कर दिया. गावस्कर ने मैच के बाद सोनी सिक्स पर कार्यक्रम में कहा, ‘ऑस्ट्रेलियाई टीम अगर डेविड वॉर्नर और स्टीव स्मिथ के बिना खेली तो यह भारत की गलती नहीं है. ऑस्ट्रेलिया उन पर कम अवधि का प्रतिबंध लगा सकता था, लेकिन निश्चित तौर यह माना गया कि एक साल का प्रतिबंध ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के लिए अच्छा साबित होगा क्योंकि वे एक उदाहरण पेश करना चाहते थे.’
गावस्कर ने कहा, ‘भारत के सामने जो टीम उतारी गई वह उससे खेला और यह बहुत बड़ी उपलब्धि है.’ गावस्कर के अनुसार कोहली की टीम और पूर्व की टीमों में मुख्य अंतर फिटनेस का है. उन्होंने कहा, ‘हम भी जीत के लिए खेले थे, लेकिन फिटनेस के मामले में यह टीम भिन्न स्तर पर है और कप्तान इसमें उदाहरण पेश करता है. हमारे समय में हम निजी तौर पर अपनी फिटनेस पर ध्यान देते थे.’
आपको बता दें कि भारतीय क्रिकेट टीम ने 72 साल के लंबे इंतजार को खत्म करते हुए ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर पहली बार टेस्ट सीरीज जीतकर सोमवार को अपने क्रिकेट इतिहास में स्वर्णिम अध्याय जोड़ा. सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर चौथा और अंतिम टेस्ट मैच खराब मौसम और बारिश के कारण ड्रॉ छूटा और इस तरह से भारत सीरीज 2-1 से अपने नाम करने में सफल रहा.
इसके साथ ही उसने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी भी अपने पास बरकरार रखी. भारत ने 2017 में अपने घरेलू मैदानों पर सीरीज 2-1 से जीतकर यह ट्रॉफी जीती थी. भारत ने स्वतंत्रता मिलने के कुछ दिन बाद पहली बार 1947-48 में लाला अमरनाथ की अगुवाई में ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था. तब उसका सामना सर डॉन ब्रैडमैन की अजेय ऑस्ट्रेलियाई टीम से था. तब से लेकर अब जाकर भारत का सीरीज जीतने का इंतजार विराट कोहली की टीम ने खत्म किया.