अंडर-19 विश्व कप के हीरो शुभमन गिल का ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड दौरे के लिए टीम इंडिया में सिलेक्शन हुआ है। शुभमन को जैसे ही यह खबर मिली वो खुशी से झूम उठे। वह अपने रूम से निकलकर सीधा पिता के पास गए और उन्हें इसकी जानकारी दी।
बता दें कि शुभमन गिल के अलावा विजय शंकर की भी टीम में वापसी हुई है। दोनों खिलाड़ियों को निलंबित केएल राहुल और हार्दिक पांड्या की जगह स्क्वाड में शामिल किया गया है। फैंस को बता दें कि शुभमन गिल वही खिलाड़ी है जिसके दम पर भारत ने अंडर-19 विश्व कप 2018 का खिताब अपने नाम किया था।
युवराज सिंह के एक हालिया बयान के बाद सिलेक्टर्स की नजर शुभमन गिल पर पड़ी। युवराज ने कहा था, ‘गिल एक बेहद स्पेशल टैलेंट है। बहुत लंबे समय के बाद किसी युवा बल्लेबाज की बल्लेबाजी देखने में मजा आता है। 2019 विश्व कप के बाद यह खिलाड़ी टीम में पर्मानेंट जगह बना सकता है।’
आज हर कोई जानना चाहता है कि टीम इंडिया में जगह बनाने वाला यह नायाब सितारा आखिर है कौन? बता दें कि शुभमन गिल ने 4 साल की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू किया था। पंजाब के फाजिल्का जिले में चक खेरेवाला गांव में जन्मे शुभमन गिल बचपन में अपने पिता के साथ क्रिकेट खेला करते थे।
जब गिल बड़े हुए तो अपने बेटे के खेल को और ज्यादा निखारने के लिए उनके पिता ने एक बेहतरीन प्लान बनाया। दरअसल उन्होंने अपने खेत को मैदान के रूप में इस्तेमाल किया और शर्त रखी कि जो भी शुभमन गिल को आउट करेगा उसे वह 100 रुपये ईनाम देंगे।
इस तरह गिल लगातार घंटों तक बल्लेबाजी करते। आस-पास के गांव और शहरों से क्रिकेट खेलने वाले कई खिलाड़ी शुभमन गिल के सामने गेंदबाजी करने आते थे। गिल रोजाना करीब 3 से 4 घंटे बड़े आराम से बल्लेबाजी करते थे।
देखते ही देखते शुभमन गिल एक बड़े बल्लेबाज बन गए, जिन्होंने डोमेस्टिक क्रिकेट में कई बड़े रिकॉर्ड अपने नाम किए। पंजाब के लिए खेलते हुए अंडर-16 की विजय मर्चेंट ट्रॉफी में उन्होंने पहली बार दोहरा शतक जड़ा। इसके लिए उन्हें बीसीसीआई की तरफ से बेस्ट जूनियर क्रिकेट के अवॉर्ड से नवाजा गया।
इसके बाद शुभमन गिल को अंडर-19 टीम में खेलने का मौका मिला और टीम इंडिया (जूनियर) ने विश्व कप जीता। एक छोटे से गांव में सिमटने वाले टैलेंट को पूरी दुनिया ने देखा। शुभमन गिल की शानदार प्रतिभा को देखते हुए आईपीएल सीजन-11 में उन्हें केकेआर ने खरीदा था।