गृहमंत्री राजनाथ से मिला किसानों का प्रतिनिधिमंडल
नई दिल्ली : गृह मंत्री राजनाथ सिंह से किसानों के प्रतिनिधिमंडल नेे दिल्ली में मुलाकात की। बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि सरकार किसानों की अधिकांश मांगें मानने को तैयार है। अब केंद्रीय मंत्री शेखावत और सुरेश राणा किसानों से मिलने गाजीपुर बॉर्डर पर जाएंगे। गौरतलब है कि किसानों की मांगों की सूची में बिना शर्त ऋण माफी, गन्ना मिलों का बकाया भुगतान करना, फसलों का अधिकतम मूल्य दिया जाना, खेतों के लिए मुफ्त बिजली और डीजल के दामों में कटौती शामिल है। किसानों के साथ बॉर्डर पर बैठे भाकियू के नेता राकेश टिकैत के पास गृह मंत्री राजनाथ सिंह का फोन भी आया था। इस दौरान उन्होंरने राजनाथ सिंह से कहा कि हम लोग यहीं बैठे हैं, आगे नहीं बढ़ेंगे। बताया जा रहा था कि राजनाथ सिंह गाजीपुर बॉर्डर पर जाकर किसानों से मुलाकात भी कर सकते हैं। वहीँ किसानों ने गाजियाबाद के दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर दिल्ली में घुसने का प्रयास किया। इस दौरान उन्होंने पुलिस की बेरीकेडिंग तोड़ी, इसके बाद पुलिस ने किसानों को शांत करने के लिए पानी की बौछार छोड़ी। इसके अलावा उन पर आंसू गैस के गोले भी दागे गए। दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। गौरतलब है कि किसानों को दिल्ली में रैली की इजाजत नहीं है। गृह मंत्री राजनाथ सिंह से किसानों के प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात दिल्ली में चल रही है। बताया जा रहा है कि राजनाथ सिंह गाजीपुर बॉर्डर पर जाकर किसानों से मुलाकात भी कर सकते हैं। किसानों की मांगों की सूची में बिना शर्त ऋण माफी, गन्ना मिलों का बकाया भुगतान करना, फसलों का अधिकतम मूल्य दिया जाना, खेतों के लिए मुफ्त बिजली और डीजल के दामों में कटौती शामिल है। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने सरकार पर निशाना साधा है।उन्होंने सरकार से सवाल किया कि हमें यहां क्यों रोका गया है। नरेश टिकैत ने कहा, हम सभी किसान अपनी रैली को शांतिपूर्वक और अनुशासित तरीके से कर रहे हैं, अगर हम अपनी ही चुनी हुई सरकार से अपनी समस्याएं नहीं बताएंगे तो हम किससे बताएंगे। क्या हम इसके लिए पाकिस्तान और बांग्लादेश जाएं? किसानों की ओर से कहा गया है कि राजनाथ सिंह से इस मुलाकात के बाद ही आगे की रणनीति तय की जाएगी। सभी किसान इस समय दिल्ली-यूपी सीमा यानी गाजीपुर के यूपी गेट इलाके में एकत्र हो रहे हैं। गौरतलब है कि सोमवार को किसानों ने साहिबाबाद में डेरा डाला था। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ से उनकी वार्ता विफल रही थी। गौरतलब है कि यह यात्रा सोमवार को साहिबाबाद पहुंच गई थी।इस दौरान हजारों की संख्याो में किसानों ने जीटी रोड जाम कर दिया था। जिलाधिकारी और एसएसपी ने करीब एक घंटे तक किसानों को समझाने की कोशिश की लेकिन किसान दिल्ली जाने पर अड़े रहे। देर रात प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों के साथ किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली से वापस लौटे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हिंडन एयर फोर्स स्टेशन पर मुलाकात की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यरनाथ और प्रतिनिधिमंडल के बीच करीब दो घंटे चली वार्ता विफल रही और प्रतिनिधिमंडल के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने की मांग पर अड़े रहे जिस पर मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्रियों से बातचीत की। इसके बाद भाकियू का एक प्रतिनिधिमंडल गन्ना मंत्री सुरेश राणा के साथ दिल्ली के लिए रवाना हो गया। किसान क्रांति पदयात्रा के मद्देनजर दिल्लीि-यूपी बॉर्डर यानी गाजियाबाद के यूपी गेट पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। गौरतलब है कि भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले हजारों किसान किसानों की पूर्ण कर्ज माफी, बिजली दरों में छूट देने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। वहीं इस मामले पर गाजियाबाद की जिलाधिकारी ऋतु माहेश्वरी का कहना है कि भाकियू का एक प्रतिनिधिमंडल दिल्ली के लिए रवाना हो गया है, जहां वह केंद्रीय मंत्रियों के साथ वार्ता करेगा। उन्होंने बताया कि फिलहाल जीटी रोड स्थित चार फार्म हाउसों में किसानों के रहने की व्यवस्था की गई है।