गेंदबाजों ने तोड़ा 39 साल का पुराना रिकॉर्ड, इशांत शर्मा, बुमराह और शमी बने सर्वश्रेष्ठ ‘तिकड़ी’
नई दिल्ली : तेज गेंदबाजों की तिकड़ी इशांत शर्मा, बुमराह और शमी ने साल 2018 में 125 विकेट अपने नाम कर लिए हैं। यह न सिर्फ भारत बल्कि एक कैलेंडर ईयर में सर्वोच्च प्रदर्शन करने वाली टेस्ट क्रिकेट की दूसरी तिगड़ी बन गई है। टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में बॉक्सिंग डे टेस्ट का संघर्ष जारी है। 1985 में ऑस्ट्रेलिया के साथ पहली बार बॉक्सिंग टेस्ट खेलने वाली भारतीय टीम का मेलबर्न में 37 साल बाद दबदबा साफ तौर पर दिखाई दे रहा है। गौरतलब है कि भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अब तक सात बॉक्सिंग डे टेस्ट खेले हैं, जिसमें से उसे पांच बार हार मिली है तो दो टेस्ट ड्रॉ रहे हैं, लेकिन पहली बार भारत के जीतने की उम्मीद दिखाई दे रही है। भारत को इस स्थिति में लाने के लिए बल्लेबाजों के बाद गेंदबाजों ने दम दिखाया है, खासकर तेज गेंदबाजों ने.जबकि भारतीय गेंदबाजों ने टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहली बार एक कैलेंडर ईयर में 250 विकेट लेने का कारनामा किया है। भारत के पहली पारी के स्कोर 443/7 का जवाब देने उतरी ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में सिर्फ 151 रन पर ढेर कर दिया है। जसप्रीत बुमराह ने छह विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया में अपना सर्वेश्रेष्ठ प्रदर्शन किया तो रविंद्र जडेजा ने दो विकेट, ईशांत शर्मा और मोहम्मद शमी ने एक-एक विकेट लेकर अच्छा साथ निभाया। यही नहीं, बुमराह ने 15.5 ओवर में 33 रन देकर छह खिलाड़ी आउट किए हैं और वह इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया में पांच विकेट लेने वाले पहले एशियाई गेंदबाज बन गए हैं।
बहरहाल, भारत की तेज गेंदबाजों की तिकड़ी (इशांत, बुमराह और शमी) ने साल 2018 में 129 विकेट अपने नाम कर लिए हैं। यह न सिर्फ भारत बल्कि एक कैलेंडर ईयर में सर्वोच्च प्रदर्शन करने वाली टेस्ट क्रिकेट की दूसरी तिकड़ी बन गई है। इन तीनों ने मोर्ने मोर्कल, मखाया नतिनी और डेल स्टेन को पछाड़ा है, जिन्होंने 2008 में 123 शिकार किए थे। हालांकि एक कैलेंडर ईयर में सर्वोच्च प्रदर्शन करने का रिकॉर्ड कैरेबियाई तिगड़ी के नाम है, जिसमें जोएल गार्नर, माइकल होल्डिंग और मैल्कम मार्शल शामिल हैं। इन तीनों ने 1984 में 130 खिलाड़ियों को अपना शिकार बनाया था। मेलबर्न में अपने पहले विकेट का इंतजार कर रहे मोहम्मद शमी ने इस साल अब तक 12 टेस्ट मैचों में 26.60 के औसत से 45 और बुमराह ने भी अब तक नौ मैच में 21.24 के औसत से 45 विकेट लिए हैं। ये दोनों साल 2018 में सर्वाधिक विकेट लेने वाले टॉप 5 गेंदबाजों में शामिल हो गए हैं, जबकि इस साल इशांत शर्मा ने 11 मैच में 21.89 के औसत से 39 विकेट उखाड़े हैं। यकीनन यह भारतीय क्रिकेट इतिहास की सर्वश्रेष्ठ तिगड़ी बन गई है। भारतीय गेंदबाजों (तेज और स्पिन) ने इस साल टेस्ट क्रिकेट में 24.83 के औसत से 250 से ज्यादा विकेट लिए हैं, जो कि उसका 1932 से लेकर अब तक सर्वोच्च प्रदर्शन है, इससे पहले भारत ने 1979 में 31.77 के औसत से 249 विकेट अपने नाम किए थे।