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गौतम गंभीर ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से लिया संन्यास, 2011 वर्ल्ड कप में रहे थे हीरो

पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया है. मंगलवार को उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर जारी वीडियो संदेश के जरिए अपने संन्यास की घोषणा की. गंभीर ने लिखा, ‘जिंदगी में कड़े फैसले हमेशा भारी मन से लिए जाते हैं. भारी मन से मैं वह फैसला ले रहा हूं, जिसको लेने के ख्याल मात्र से ही मैं जिंदगीभर डरता रहा.’

गौतम गंभीर ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से लिया संन्यास, 2011 वर्ल्ड कप में रहे थे हीरो37 साल के गंभीर ने भारत की ओर से अपना आखिरी टेस्ट 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ राजकोट में खेला था. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय करियर में 58 टेस्ट मैचों में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया और 41.95 की औसत से 4154 रन बनाए, जिसमें नौ शतक शामिल हैं. गंभीर ने 147 वनडे इंटरनेशनल में 39.68 की औसत से 5238 रन बनाए. जिसमें 2011 वर्ल्ड कप फाइनल की वो 97 रनों की यादगार पारी है, जिसकी बदौलत भारत ने दूसरी बार वर्ल्ड कप पर कब्जा जमाया था. वनडे में उन्होंने 11 शतकीय पारियां खेलीं.

गंभीर ने टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में भी अपनी छाप छोड़ी. उन्होंने 37 मैच में सात अर्धशतकों की मदद से 932 रन बनाए, जिसमें उनकी औसत 27.41 की रही. गंभीर ने कहा, ‘अपने देश के लिए 15 साल से भी अधिक समय तक क्रिकेट खेलने के बाद मैं इस खूबसूरत खेल से अलविदा कहना चाहता हूं.’

गंभीर को हाल ही में आईपीएल की दिल्ली फ्रेंचाइजी ने रिलीज कर दिया था. आईपीएल में भी उन्होंने सफलता का स्वाद चखा और कोलकाता नाइट राइडर्स को 2012 और 2014 में कप्तान के तौर पर चैम्पियन बनाने में अहम भूमिका निभाई. दिल्ली और आंध्र प्रदेश के बीच गुरुवार से फिरोजशाह कोटला मैदान पर खेला जाने वाला रणजी मुकाबला गम्भीर के शानदार क्रिकेट करियर का अंतिम मैच होगा.

उन्होंने कहा, ‘आंध्र प्रदेश के साथ होने वाला रणजी ट्रॉफी मुकाबला मेरे करियर का अंतिम मैच होगा. मेरे करियर का अंत वहीं होने जा रहा है, जहां (कोटला स्टेडियम) से मैंने शुरुआत की थी. एक बल्लेबाज के तौर पर मैंने टाइमिंग का सम्मान किया है. मेरे लिए यह संन्यास लेने का सही समय है और मुझे लगता है कि यह मेरे शॉट्स की तरह ही स्वीट है.’

गंभीर ने अपने संदेश में भारतीय टीम, आईपीएल की टीमों केकेआर और दिल्ली डेयरडेविल्स तथा दिल्ली रणजी टीम के अपने साथियों के साथ साथ अपने प्रशिक्षकों विशेषकर बचपन के अपने कोच संजय भारद्वाज, पार्थसारथी शर्मा और ऑस्ट्रेलिया के पूर्व बल्लेबाज जस्टिन लैंगर का भी आभार व्यक्त किया.

गंभीर फैक्ट्स-

24-9-2007: T20 वर्ल्ड कप फाइनल (2007), जोहानिसबर्ग: 75 रन बनाए, मैच का सर्वोच्च स्कोर (भारत चैम्पियन)

2-4-2011: वनडे वर्ल्ड कप फाइनल ( 2011), मुंबई: 97 रन बनाए, भारत की ओर से सर्वोच्च स्कोर (भारत चैम्पियन)

23-11-2007: ICC नंबर-1 T20 इंटरनेशनल बल्लेबाज बने

16-7-2009: ICC नंबर-1 टेस्ट बल्लेबाज बने

4-12-2010: ICC नंबर- 8 वनडे इंटरनेशनल बल्लेबाज बने

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