ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर नहीं लगेगा जाम, ट्रैफिक पुलिस ने बनाया यह खास प्लान
नोएडा. नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे (Greater Noida Expressway) पर सड़क की रिसर्फेसिंग का काम चल रहा है. इसके चलते अप्रैल से ही एक्सप्रेस-वे पर जाम की परेशानी से जूझना पड़ रहा है. एक्सप्रेस-वे पर जून में खत्म हो जाने वाला रिसर्फेसिंग (Resurfacing) का काम अभी तक सिर्फ 30 फीसद ही हुआ है, जिसके चलते काम करने वाली कंपनी पर 20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है. वहीं, जाम से निपटने के लिए नोएडा ट्रैफिक पुलिस (Noida Traffic Police) ने भी एक खास प्लान बनाया है. इसके चलते अब रिसर्फेसिंग का काम जारी रहने पर भी जाम नहीं लगेगा.
जानकारों की मानें तो नोएडा ट्रैफिक पुलिस अब उस हिस्से में सीसीटीवी कैमरे लगा रही है, जहां रिसर्फेसिंग का काम चल रहा है. ट्रैफिक पुलिस के कंट्रोल रूम में 24 घंटे कैमरों की मदद से निगरानी की जाएगी. जैसे ही लगेगा की ट्रैफिक की गति कम हो रही है और जाम लग सकता है तो फौरन ही उस एरिया के आसपास ड्यूटी दे रहे ट्रैफिक पुलिस के जवानों को इसका मैसेज दे दिया जाएगा. मैसेज मिलते ही जवान मौके पर पहुंच जाएंगे. जाम न लगे इसके लिए ट्रैफिक को सामान्य बनाएंगे.
20 किमी के हिस्से में हुआ है 6 फीसद काम
नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे की लम्बाई 24 किमी है. इसमें से 20 किमी का हिस्सा नोएडा अथॉरिटी के दायरे में आता है. शुरुआत में रिसर्फेसिंग का काम करने वाली कंपनी को काम पूरा करने के लिए 2 जून तक का वक्त दिया गया था, लेकिन जब काम पूरा नहीं हुआ तो वक्त बढ़ाकर 30 जून कर दिया गया. अब काम का यह हाल है कि नोएडा के 20 किमी के दायरे में अभी तक सिर्फ 30 फीसद ही काम हुआ है.
रिसर्फेसिंग का काम करने वाली कंपनी के काम की सुस्त रफ्तार के चलते ही नोएडा अथॉरिटी की सीईओ ऋतु महेश्वरी ने कंपनी पर 20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. साथ ही काम पूरा करने की नई डेड लाइन 30 जुलाई जारी करते हुए हिदायत दी है कि कंपनी मशीनरी और लेबर बढ़ाकर काम को जल्द पूरा करे, जिससे लोगों को जाम की समस्या से न जूझना पड़े.