घर के मुख्य द्वार पर लगाए ॐ की आकृति
कई बार ऐसा भी होता है कि आप तमाम पूजा-पाठ करते हैं, लेकिन अच्छे फल नहीं मिलते, ऐसे में आप अपने घर के वास्तुशास्त्र पर ध्यान दें.
1- मकान का मुख्य द्वार दक्षिण मुखी नहीं होना चाहिए. इसके लिए आप चुंबकीय कंपास लेकर जाएं. यदि आपके पास अन्य विकल्प नहीं हैं, तो द्वार के ठीक सामने बड़ा सा दर्पण लगाएं, ताकि नकारात्मक ऊर्जा द्वार से ही वापस लौट जाएं.
2-घर के प्रवेश द्वार पर स्वस्तिक या ऊँ की आकृति लगाएं. इससे परिवार में सुख-शांति बनी रहती है.
3-घर की पूर्वोत्तर दिशा में पानी का कलश रखें. इससे घर में समृद्धि आती है.
4-घर के खिड़की दरवाजे इस प्रकार होनी चाहिए, कि सूर्य का प्रकाश ज्यादा से ज्यादा समय के लिए घर के अंदर आए. इससे घर की बीमारियां दूर भागती हैं.
5-परिवार में लड़ाई-झगड़ों से बचने के लिए ड्रॉइंग रूम यानी बैठक में फूलों का गुलदस्ता लगाएं.
6-बेडरूम में भगवान के कैलेंडर या तस्वीरें या फिर धार्मिक आस्था से जुड़ी वस्तुएं नहीं रखनी चाहिए. बेडरूम की दीवारों पर पोस्टर या तस्वीरें नहीं लगाएं तो अच्छा है. हां अगर आपका बहुत मन है, तो प्राकृतिक सौंदर्य दर्शाने वाली तस्वीर लगाएं. इससे मन को शांति मिलती है, पति-पत्नी में झगड़े नहीं होते.