लखनऊ: पैसों के लालच में आज लोग इतने अंधे हो गए हैं कि सदियों से जुड़े रिश्तों का कत्ल करने से भी नहीं चूक रहे हैं। जी हां ऐसी ही एक घटना उत्तर प्रदेश की है, जो रुपयों के लिए मासूम बच्चे की हत्या करा देता है। रुपया और नाजायज संबंध कब किस रिश्ते में जहर घोल दें कहा नहीं जा सकता। पांच वर्षीय केशव शुक्ला की अपहरणकर्ताओं ने रविवार शाम ही हत्या कर दी थी। लखनऊ पुलिस ने गुरुवार को आरोपियों को गिरफ्तार कर हत्या के मामले का खुलासा किया है। -मडिय़ांव के सिटी पब्लिक स्कूल में नर्सरी के छात्र पांच वर्षीय केशव शुक्ला की अपहरणकर्ताओं ने रविवार शाम ही हत्या कर दी थी। उसका शव ठिकाने लगाने के बाद अपहरणकर्ता परिवारीजनों से फिरौती मांग रहे थे। पुलिस ने बृहस्पतिवार तड़के करीब पांच बजे अपहरण और हत्या के आरोपी सीतापुर रोड सेक्टर ए स्थित ईडब्ल्यूएस कालोनी निवासी कुलदीप, उसके किरायेदार जसवंत व दोस्त छोटू को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने रायबरेली रोड से केशव की खोपड़ी बरामद कर ली है।पुलिस के मुताबिक केशव का अपहरण उसकी चाची निधि ने करवाया था। निधि की शादी से पहले ही जसवंत से प्रेम संबंध था, जो शादी के बाद भी जारी रहा। चूंकि केशव के पिता और निधि का पति नेत्रहीन है, लिहाजा निधि के लिए जसवंत से अवैध संबंध रखना आसान था। इस बीच घर में आई 10 लाख की रकम की जानकारी निधि ने जसवंत को दी तो जसवंत ने केशव के घर में रहने वाले किरायेदार कुलदीप को भी प्लान में शामिल कर केशव का अपहरण कर लिया। इस अपहरण के बाद इन लोगों ने मासूम केशव को मार ड़ाला। इसके बाद इनका प्लान था कि फिरौती की रकम लेकर फरार हो जाएंगे, लेकिन फिरौती पहले चंडीगढ़ और फिर सुल्तानपुर के जगदीशपुर में देने की फोन कॉल ने पुलिस को इनके गिरेबां तक पहुंचा दिया।अपहरण की साजिश उसके मुहल्ले में ही रहने वाले कुलदीप ने बनाई थी। केशव उससे घुला-मिला था। कथा आयोजन के दौरान कुलदीप ही मासूम केशव को फुसलाकर अपने साथ घर ले आया। यहां जसवंत और छोटू पहले से मौजूद थे। शाम ढलते ही कुलदीप ने बच्चे को किसी दूसरे ठिकाने पर ले जाने के लिए जसवंत और छोटू के सुपुर्द कर दिया। दोनों उसे झोले में बंद कर बाइक से ले जाने लगे। रास्ते में केशव घबरा गया और रोने लगा। छोटू ने कुलदीप को फोन कर इसकी जानकारी दी। पकड़े जाने के डर से कुलदीप ने बच्चे को मार डालने के लिए कहा। इसके बाद छोटू और जसवंत ने मासूम केशव की गला दबाकर हत्या कर दी और शव रायबरेली रोड पर फेंक दिया। पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर कुलदीप ने बताया कि मकान मालिक उससे उसकी बीवी के चरित्र के बारे में आरोप लगाता था। मकान मालिक का आरोप था कि कुलदीप के घर से बाहर जाते ही उस मकान में छोटू और जसवंत आ जाते हैं। उसकी बीवी के इन दोनों से संबंध हैं इस बात को छोटू मानने को तैयार नहीं था। मकान मालिक के द्वारा बार-बार यह बात किए जाने पर ही उसने मकान मालिक के बेटे का अपहरण करने की योजना बनाई।दरअसल, घटना के बाद से ही पुलिस ने इस मामले में कई टीमें जांच में लगा रखी थी, लेकिन फिरौती की कॉल में बातचीत की आवाज और फिरौती देने निकले केशव के पिता से निधि का पूछना कहां पहुंचे दादा। पुलिस के लिये अहम और नया सुराग थे, जिसके बाद पुलिस ने इसमें निधि और उसके प्रेमी जसवंत, किरायेदार कुलदीप और मासूम की हत्या कर शव गाडऩे वाले नाबालिग सूरज को दबोच लिया। पुलिस को फिलहाल इस मामले में इनके एक और साथी हीरालाल की तलाश है।