चाणक्य कहते है ! कभी भी ना करे इन लोगो की मदद नहीं तो……….
आचार्य चाणक्य के अनुसार हमें लोगों की मदद अवश्य करनी चाहिए, लेकिन 3 लोग ऐसे हैं जिनकी मदद कभी नहीं करनी चाहिए। ये लोग चाहे कितनी भी जरूरत में क्यों ना हो, लेकिन इनकी मदद कभी ना करें ऐसा चाणक्य ने कहा है। तो चलिए आपको उन तीन लोगों के बारे में बताते हैं जिनकी मदद करना आचार्य चाणक्य के अनुसार खुद का नुकसान करने के ही समान है। इसलिए इनकी मदद करना व्यर्थ ही है….
उदास होना स्वभाव का एक हिस्सा है जो परिस्थितियों के कारण ही उत्पन्न होता है, लेकिन वे लोग जो हर समय उदास रहते हैं उनके बारे में क्या कहेंगे आप? चाणक्य के अनुसार हर समय बिना किसी बड़ी बात के उदास रहने वाले लोगों से जितना जल्द हो सके दूरी बना लें। क्योंकि अगर आप इनकी मदद भी करेंगे, तब भी वे अंत में खुशी जाहिर नहीं करेंगे। इनका काम ही उदास होना है।
2. ऐसी स्त्री की मदद ना करें
किसी स्त्री को परेशानी में देखना और फिर उसकी मदद के लिए जाना यह स्वभाविक है, लेकिन चाणक्य के अनुसार हर एक स्त्री मदद करने के लायक नहीं होती। चाणक्य का मानना है कि वे स्त्रियां जो अपनी गलतियों की वजह से परेशानी में फंस जाती हैं, जिनका काम ही बुरे काम करना है और फिर समस्याओं का शिकार हो जाना है, ऐसी स्त्री की मदद करना व्यर्थ है। ऐसी स्त्री से दूरी बनाए रखें और उसकी मदद ना करें।
3. मूर्ख व्यक्ति
चाणक्य के अनुसार मूर्ख की मदद करने वाला इंसान स्वयं ही मूर्ख कहलाता है। क्योंकि आप एक बार मूर्ख की मदद करेंगे, शायद दोबारा भी करें, लेकिन आखिर कब तक उसकी मदद करेंगे। अंत में उसकी मूर्खता उसे वापस वहीं लाकर खड़ा कर देती है। अगर आपको लगता है कि ऐसे लोगों की मदद करने से आप उन्हें एक सही मुकाम तक लेकर जा सकते हैं, तो आप गलत हैं। इन्हें सलाह देना या राह दिखाना ही मूर्खता भरा है।