चाय के बारे में ऐसी बातें कोई और कभी नहीं बताएगा आपको
हम सभी के घरों में एक ही तरीके से चाय बनाई जाती है. इसमें पानी, दूध, चीनी, चायपत्ती डालकर उबाला जाता है. फिर कुछ देर बाद अदरक डालकर एक उबाल और लगा लिया जाता है, लेकिन इस विधि को गलत माना जाता है. तो क्या है चाय बनाने का सही तरीका. कितनी गर्म चाय पीनी चाहिए और क्या खाली पेट चाय पीना सही है? इन सभी सवालों के जवाब हम बताएंगे.
चाय बनाने का ये है सही तरीका
एक बर्तन में ताजा पानी लें. इसे एक उबाल आने तक उबालें. पानी को आधा मिनट से ज्यादा नहीं उबालना है. इसके बाद एक सूखे बर्तन में चाय पत्ती डालें और इस पर ऊपर से गर्म पानी डालें. 5-6 मिनट के लिए बर्तन को ढक दें. इसके बाद कप में छान लें. अब स्वाद के मुताबिक दूध और चीनी मिलाएं. एक कप चाय बनाने के लिए आधा चम्मच चायपत्ती की मात्रा सही होती है. चाय पत्ती, दूध और चीनी को एक साथ उबालकर चाय बनाने का तरीका सही नहीं है. इससे चाय के सारे फायदे खत्म हो जाते हैं. साथ ही चाय काफी स्ट्रॉन्ग हो जाती है और उसमें कड़वापन आ जाता है. इसलिए ऐसी चाय पीने का कोई फायदा नहीं मिलता है.
कब पीना चाहिए चाय
यूं तो चाय कभी भी पी सकते हैं, लेकिन बेड-टी और सोने से ठीक पहले चाय पीने से बचना चाहिए. दरअसल, रात को सोने और आराम करने से इंटेस्टाइन (आंत) फ्रेश होती है. ऐसे में सुबह उठकर सबसे पहले चाय पीना सही नहीं है. देर रात में चाय पीने से नींद आने में दिक्कत हो सकती है.
चाय के साथ क्या खाना चाहिए
जिन लोगों को एसिडिटी की दिक्कत है, उन्हें खाली चाय कभी नहीं पीनी चाहिए. कोशिश करना चाहिए साथ में एक-दो बिस्कुट या ब्रेड जरूर ले लें. वहीं ग्रीन टी हर्बल ड्रिंक है, इसलिए इसे खाली ही पीना बेहतर है. साथ में कुछ न खाएं तो इसका गुणकारी असर ज्यादा होता है.
एक दिन में कितने कप चाय पीना सही है?
कई लोग दिन में 5-10 कप तक चाय पी जाते हैं. जबकि ऐसा करना चाहिए नहीं है. बिना दूध और चीनी की हर्बल चाय तो कई बार भी पी जा सकती है, लेकिन दूध-चीनी डालकर और सभी चीजें एक साथ उबालकर बनाई गई चाय 3 कप से ज्यादा नहीं पीनी चाहिए.
गर्मागर्म चाय पीना कितना सही?
ठंड या बारिश में लोग एकदम गर्मागर्म चाय की डिमांड करते हैं. कई बार ज्यादा गर्म चाय पीने से मुंह तक जल जाता है. जबकि चाय को कप में डालने के 2-3 मिनट बाद पीना ठीक माना जाता है. जीभ खुद भी एक सेंस ऑर्गन है. चाय के ज्यादा गर्म होने पर उसमें जलन हो जाती है और हमें पता चल जाता है कि चाय बहुत ज्यादा गर्म है.