उत्तराखंड

चारधाम यात्रा का पंजीकरण अब मोबाइल एप से भी होगा

चारधाम यात्रा को देखते हुए पर्यटन विभाग ने अभी से इसकी तैयारी शुरू कर दी है। विभाग ने यात्री सुविधाओं के मद्देनजर पहली बार मोबाइल एप के जरिए भी यात्रियों के पंजीकरण की तैयारी कर दी है। जल्द ही इस एप की लॉचिंग की जाएगी। इसके अलावा विभाग ने चारधाम यात्रा मार्ग के 30 स्थानों पर पंजीकरण काउंटर भी खोलने का निर्णय लिया है। ऑल वेदर रोड के निर्माण कार्य के तहत हो रहे रोड कटिंग कार्य भी 30 अप्रैल के बाद बंद कर दिए जाएंगे। इससे पूर्व, जहां भी यात्रा शुरू होगी वहां के जिलाधिकारी सुचारू यातायात के लिए अपने स्तर से निर्माण कार्य रोकने को निर्णय ले सकेंगे। विभाग द्वारा यात्रा मार्ग पर पॉलीथिन और थरमाकोल पर पूरी तरह से प्रतिबंध भी लगाया गया है। चारधाम यात्रा का पंजीकरण अब मोबाइल एप से भी होगा

 शनिवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज और सचिव पर्यटन व आयुक्त गढ़वाल दिलीप जावलकर ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि चारधाम यात्रा मार्ग में पॉलीथिन और थरमाकोल पर पूरी तरह से प्रतिबंधित लगाया गया है। इसके लिए वृहद स्तर पर अभियान चलाने के साथ ही जागरूकता अभियान चलाया जाएगा और सभी से इसमें सहयोग की भी अपील की जाएगी। इस बार चारधाम यात्रा में पहली बार ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए मोबाइल एप तैयार किया जा रहा है। तीन अप्रैल को शासन में इसका प्रस्तुतीकरण किया जाएगा और इसके बाद इस एप का लांच कर दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि अभी तक परिवहन विभाग यात्रियों का रजिस्ट्रेशन करता था, इस बार पर्यटन विभाग भी यात्रियों का रजिस्ट्रेशन करेगा। इसके लिए 30 स्थानों पर काउंटर खोले जाएंगे। यात्रा को सुचारू रूप से चलाने की पूरी तैयारी कर ली गई है। यात्रा मार्ग पर 34 स्थान ऐसे चिह्नित किए गए हैं, जहां भूस्खलन का खतरा रहता है। इन स्थानों पर 44 जेसीबी मशीनें तैनात की जा रही हैं।

अभी हवाई संचालन को पूर्ववर्ती व्यवस्था ही रहेगी लागू

यात्रा के दौरान निजी कंपनियों के जरिए चलाई जा रही हेली सेवाओं पर लगाम कसने की पर्यटन विभाग की मंशा फिलहाल परवान नहीं चढ़ पाई है। हेली संचालकों व शासन के बीच हुई वार्ता के बाद फिलहाल जून तक हेली संचालक ही किराए का निर्धारण करेंगे। इसके बाद पर्यटन विभाग अथवा यूकाडा नई व्यवस्था के संबंध में योजना बनाएगा। दरअसल, हेली सेवाओं के संचालन में ब्लैक मार्केटिंग की शिकायतें आती थी। इसके लिए पर्यटन विभाग ने हेली सेवाओं का किराया खुद तय करने का निर्णय लिया था। हेली संचालक अभी तक तकरीबन चार लाख बुकिंग कर चुके हैं। उनकी ओर से इस संबंध में पक्ष रखने के बाद फिलहाल तीन माह के लिए यह व्यवस्था स्थगित कर दी गई है।

 

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