भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने साफ कर दिया कि जहां वो DRS को बिना ‘हॉक आई’ सुविधा के मंजूर करने के लिए तैयार हैं वहीं दूसरी तरफ वो चार दिवसीय टेस्ट मैच और टू-टीयर सिस्टम के पक्ष में नहीं हैं। अनुराग ठाकुर ने कहा, ‘अगर आपके सामने पुख्ता रूप से तैयार किया गया प्रारूप नहीं हो तो वो भला कैसे क्रिकेट के खेल की मदद कर सकता है? मेरे हिसाब से हमें इसको नहीं अपनाना चाहिए।’
उन्होंने कहा कि वो टेस्ट क्रिकेट का समय पांच दिन से घटाकर चार दिन करने के बजाय उन तरीकों पर ज्यादा ध्यान देना चाहेंगे जो दर्शकों को टेस्ट क्रिकेट की ओर फिर से खींचकर लाए। उनके मुताबिक अहम मुद्दा यह है कि इसका आंकलन करना चाहिए कि टेस्ट मैच देखने में ज्यादा दर्शक क्यों दिलचस्पी नहीं दिखा रहे। DRS सिस्टम, जिसको लेकर अब तक BCCI सिर्फ ‘ना’ करता आया है, अब शायद जल्द ये भारतीय मैचों में भी अपनाया जा सके।
BCCI और लोढा कमेटी के बिच उठने लगे विवादों के सुर
अनुराग ठाकुर ने आज कहा कि, ‘अगर कुछ फायदा लेते हुए और कुछ चीजों (हॉक आई) को छोड़ते हुए इसको (DRS) अपनाने का विकल्प मिलता है तो हम इस पर विचार कर सकते हैं।’ ठाकुर ने इस बात पर अपनी सहमति जताई कि BCCI को ‘हॉट स्पॉट’ और ‘रीयलटाइम स्नीको’ को लेकर कोई आपत्ति नहीं है लेकिन हॉक आई का समर्थन नहीं करेंगे क्योंकि ये प्रणाली 100 फीसदी सही नहीं है।
BCCI से हरी झंडी मिलने के बाद चेयरमैन ने किया ग्रीनपार्क का निरीक्षण