चीन पर दहाड़ा US:भारत को युद्ध की धमकी देना छोड़ो..तुम्हें एक दिन भी नहीं टिकने दूंगा: ट्रम्प
डोकलाम मुद्दे पर भारत-चीन के बीच बढ़ते तनाव के बीच अंतरराष्ट्रीय मामलों के जानकार लार्ड मेघनाद देसाई ने कहा है कि अब इस विवाद का समाधान दक्षिण चीन सागर की घटनाक्रमों पर निर्भर करता है। उनका अनुमान है कि जल्द ही दोनों के बीच युद्ध हो सकता है और ऐसी स्थिति में भारत और अमेरिका एक ओर होंगे तो चीन दूसरी ओर।
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देसाई भारत-चीन विवाद को दो राष्ट्रों के बीच का विवाद नहीं बल्कि वैश्विक तनाव मानते हैं। उनका कहना है कि एक महीने के अंदर हमलोग चीन के साथ युद्ध की स्थिति में आ सकते हैं। उन्होंने कहा कि उस स्थिति में इसे नियंत्रित नहीं किया जा सकेगा।
देसाई ने कहा, ‘मैं ज्योतिष नहीं हूं। मैं यह नहीं कह सकता कि किस दिन और तारीख को युद्ध होगा, लेकिन यह कह सकता हूं कि जल्द हीं दोनों देशों के बीच युद्ध हो सकता है और यह युद्ध केवल डोकलाम में नहीं, बल्कि कई हिस्सों में होगा।’ लार्ड मेघनाथ देसाई कहते हैं कि भारत और अमेरिका के बीच बेहतर सैन्य संबंध हैं और दोनों एक दूसरे पर विश्वास कर सकता है। ऐसे में युद्ध की स्थिति में अमेरिका भारत के साथ कंधा से कंधा मिलाकर खड़ा रहेगा। उनका कहना है कि चीन एक केंद्रीय समस्या है। भारत और अमेरिका के बीच इस संबंध में बात होगी और मोदी-ट्रम्प बात करेंगे। देसाई कहते है कि यह विवाद दक्षिण चीन सागर से ही शुरू होगा।
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इस बीच खबर आ रही है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने भी डोकलाम विवाद पर भारत का साथ दिया है। उन्होंने कहा है कि चीन भारत पर हमले की धमकी दे रहा है। चीन ने अगर अपनी नौटंकी बंद नहीं की तो इसका अंजाम चीन को बहुत जल्द भुगतना होगा।
अमेरिका ने भारत का साथ देने के संकेत दे दिए हैं। यहां चीन-अमेरिका के बीच युद्ध होगा और भारत इसमें अमेरिका का साथ देगा। उनका कहना है कि चीन की सोच की प्रक्रिया को समझना जरूरी है, जो अभी अधिक राष्ट्रवादी, सैन्यवादी और आक्रामक है। युद्ध की स्थिति में लार्ड देसाई भारत को यह सलाह भी देते हैं कि वह चीनी सेना को पाकिस्तानी सेना नहीं समझें।
वे कहते हैं कि चीन की सेना के पास पहाड़ों पर लडऩे का अनुभव है और यह विश्व की सबसे बेहतर सेनाओं में से एक है। इसलिए भारत इसे कम समझने की भूल न करे। इसके साथ हीं वह इस बात पर भी जोर देते हैं कि अभी की स्थिति में वित्त मंत्री को रक्षा मंत्रायल की जिम्मेदारी देना ठीक नहीं है।