चीन सीमा पर सड़क निर्माण कार्य जोरशोर से चल रहा है। इसके लिए हेलीकॉप्टर से निर्माण सामग्री पहुंचाई गई। जल्द ही सीमा पर सड़क की समस्या से निजात मिल जाएगी।
पिथौरागढ़: चीन सीमा पर लिपूलेक तक बन रही सड़क निर्माण के लिए हेलीकॉप्टर से निर्माण सामग्री उच्च हिमालयी बूंदी और गूंजी पहुंचा दी गई है। अब जल्द चीन सीमा में सड़क की समस्या से निजात मिलेगी। चीन सीमा पर बन रही 65 किमी लंबी सड़क का निर्माण किया जा रहा है। उच्च हिमालय में 27 किमी सड़क बन चुकी है। साथ ही तीन पुल भी बन चुके है।
सड़क के हेड गर्बाधार से अभी तक मात्र पांच किमी तक ही सड़क का निर्माण किया जा सका है। इस समय लखनपुर के पास एक निजी कंपनी सड़क निर्माण का कार्य कर रही है। जहां जेसीबी मशीन, कंप्रेशर मशीन की जरूरत थी।
सीमा सड़क संगठन ने निर्माण के लिए कंप्रेशर मशीन, हेवी जेनरेटर आदि सामान एमआई 17 हेलीकॉप्टर से भेजा। इसके लिए हेलीकॉप्टर ने नैनी सैनी हवाई पट्टी से दो बार उड़ान भरी। तापमान अधिक होने से आज जेसीबी मशीन नही भेजी जा सकी। यह मशीन अब बुधवार की सुबह भेजी जाएगी।
इस मौके पर बीआरओ के कमांडिंग ऑफीसर मनीष नारायण सहित अन्य अधिकारी और कर्मी मौजूद थे। बीआरओ पूर्व में ही हेली से कुछ वाहन यहां पहुंचा चूका है। केंद्र सरकार के सीमा तक सड़क निर्माण में तेजी लाने के निर्देश पर बीआरओ ने सड़क निर्माण में तेजी ला दी है।