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यूपी: जान‌िए अभी तक क्यों जारी नहीं हुई BJP की दूसरी सूची?

बृहस्पतिवार को ही पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में करीब 150 सीटों पर उम्मीदवार तय कर लिए गए थे, लेकिन सूची जारी नहीं हो पाई। दरअसल बैठक में साहिबाबाद, नोएडा, मेरठ कैंट सहित करीब एक दर्जन सीट पर एक उम्मीदवार पर सहमति नहीं बन पाई।
पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के शुक्र्वार को दिल्ली से बाहर उड़ीसा में होने के कारण इन सीटों पर फंसा पेंच निकल नहीं पाया। शाह दिल्ली पहुंचने के बाद सूबे के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठकर इन सीटों का विवाद सुलझाएंगे। इसके बाद शनिवार को सूची जारी कर दी जाएगी। पार्टी शनिवार को ही मणिपुर और उत्तराखंड की बची 6 सीटों के उम्मीदवारों का भी ऐलान करेगी। 

सूत्रों के मुताबिक, पेंच फंसने का एक कारण वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह की सीट का मामला न सुलझना भी है। पार्टी पंकज को टिकट तो देना चाहती है, मगर वह साहिबाबाद से लड़ेंगे या नोएडा से यह तय नहीं हो पा रहा है।

पहले यह माना जा रहा था कि भाजपा, बसपा विधायक अमरपाल  शर्मा को साहिबाबाद से उम्मीदवार बनाना चाहती है। पर, उनके कांग्रेस में शामिल होने के कारण पंकज का रास्ता काफी हद तक साफ हो गया है। मगर पार्टी के कुछ वरिष्ठ लोग अब पंकज को नोएडा सीट से लड़ाने की पैरोकारी कर रहे हैं। कुछ इस सीट पर किसी जाट को लड़ाने की पैरोकारी कर रहे हैं। 

दलबदल पर विवाद के बीच नंदी भाजपा में शामिल 

इसी प्रकार पश्चिम उत्तर प्रदेश में सिर्फ 4 जिलों में 4 ब्राह्मणों को टिकट दिए जाने के बाद उपजी नाराजगी भी बाकी बची सीटों पर पर अंतिम निर्णय नहीं होने दे रही है। दलबदलुओं को बड़ी संख्या में उम्मीदवार बनाए जाने पर पार्टी में अंदरखाने छिड़ी जंग के बीच शुकवार को यूपी के पूर्व मंत्री नंद गोपाल नंदी और उनकी पत्नी इलाहाबाद की महापौर अभिलाषा नंदी को भी  भाजपा ने शामिल कर लिया। उन्हें प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने दिल्ली में सदस्यता दिलाई। माना जा रहा है कि भाजपा नंदी को भी विधानसभा चुनाव लड़ाएगी।

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