भारत ने जीता टॉस
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। हल्की बारिश के बाद गीले आउटफील्ड और ठंडी हवा का फायदा उठाने के लिए कोहली ने बांग्लादेश को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। वैसे भी कोहली लक्ष्य का पीछा करने में मास्टर हैं और इस प्रतियोगिता का ‘रिवाज’ ही रहा है कि टीमें चेज करने में ज्यादा सहज रहती हैं।
भुवनेश्वर का शानदार स्पेल
टीम इंडिया के नए स्विंग किंग भुवनेश्वर कुमार ने सेमीफाइनल में शानदार शुरुआती स्पेल डाला। भुवी ने पहले ही ओवर में सौम्य सरकार को चकमा देकर बोल्ड कर दिया। इसके बाद तेजी से रन बना रहे सब्बीर रहमान भी उनकी स्विंग नहीं पढ़ पाए और जडेजा को कैच थमा बैठे। भुवी ने विकेट मेडन डाल कर बांग्लादेश पर दबाव बनाया।
केदार जाधव का ‘गोल्डन आर्म’
सरकार और सब्बीर के आउट होने के बाद तमीम इकबाल और मुश्फिकुर रहीम ने तेजी से रन बटोरे। दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 123 रन की साझेदारी कर भारत पर दबाव बनाया। मगर कप्तान कोहली ने केदार जाधव को गेंद थमाकर इस पार्टनरशिप को तोड़ा। जाधव ने पहले इकबाल और फिर रहीम को पवेलियन की राह दिखाई। केदार ने अपने स्पेल में 6 ओवर में सिर्फ 22 रन देकर 2 विकेट चटकाए।
धवन का धमाका
इंग्लैंड में ‘रन मशीन’ बन चुके शिखर धवन ने एक बार फिर भारत को शानदार शुरुआत दी। धवन और रोहित शर्मा ने पहले विकेट के लिए 87 रन जो़ड़े। धवन भले ही 46 पर आउट होकर अपनी फिफ्टी से चूक गए, मगर वो चैंपियंस ट्रॉफी में भारत की ओर से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए। धवन ने 34 गेंदों में 7 चौकों और 1 छक्के की मदद से 46 रन ठोके।
मशरफे मुर्तजा की खीझ
बांग्लादेश के कप्तान मशरफे मुर्तजा ने 8 गेंदबाजों का इस्तेमाल किया, मगर उनके अलावा कोई भी गेंदबाज विकेट निकालने में सफल नहीं हुआ। इसके अलावा बांगलादेश के हर गेंदबाज ने 6 से अधिक की औसत से रन लुटाए। बांग्लादेश की बेअसर बॉलिंग का आलम यह रहा कि भारत ने 265 रनों का लक्ष्य 59 गेंद शेष रहते ही हासिल कर लिया।
भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी 2017 के फालइल में प्रवेश कर साबित कर दिया है कि वो विश्व में सबसे खतरनाक टीमों में शामिल है। लगातार दूसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में जगह बनाने वाली टीम इंडिया के लिए हर खिलाड़ी ने योगदान दिया है। मगर एक खिलाड़ी ऐसा भी है, जिसने लगातार साबित किया है कि वो इंग्लैंड की पिटों पर टीम इंडिया का असली लौह पुरुष यानी ‘आयरन मैन’ है।
टीम इंडिया के गब्बर यानी शिखर धवन इंग्लैंड में भारत के लिए ‘रन मशीन’ बन गए है। चैंपियंस ट्रॉफी में उनकी फॉर्म गजब की है। इस साल सबसे ज्यादा रन बनाने में अव्वल धवन ने पिछले संस्करण में भी गोल्डन बैट अपने नाम किया था। इस साल भी उनकी गजब की फार्म जारी है। धवन ने इस साल चैंपियंस ट्रॉफी में जमकर रन कूटे हैं।
धवन के वनडे करियर की बात करें तो 2010 में टीम इंडिया के लिए डेब्यू करने वाले धवन ने अब तक 80 मैचों में करीब 45 की औसत और 91 की स्ट्राइक रेट से 3407 रन बनाए हैं। इस दौरान शिखर के बल्ले से 10 शतक और 19 अर्धशतक निकले हैं। धवन चैंपियंस ट्रॉफी के 9 मैचों में 680 रन बनाकर सौरव गांगुली का रिकॉर्ड तोड़ा। गांगुली ने चैंपियंस ट्रॉफी में 665 रन बनाए थे।
चैंपियंस ट्रॉफी 2013 के 5 मैचों में धवन ने 90.75 की औसत से 363 रन बनाए थए। इस दौरान उन्होंने साउथ अफ्रीका और वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक भी जड़े। वहीं श्रीलंका के खिलाफ धवन के बल्ले से 68 रन निकले। चैंपियंस ट्रॉफी के मौजूदा संस्करण में धवन ने 4 मैचों में 79.25 की औसत से 317 रन जड़े हैं। धवन इस सीजन में पाकिस्तान और साउथ अफ्रीका के खिलाफी फिफ्टी और श्रीलंका के खिलाफ सेंचुरी जड़ी है।
इंग्लैंड में धवन के प्रदर्शन की बात की जाए, तो अब तक वहां खेले 13 मैचों में धवन 835 रन जड़ चुके हैं। इंग्लिश पिचों पर धवन की औसत करीब 76 की है, जो उनकी करियर औसत से करीब 1.5 गुणा है। इंग्लैंड की पिचे धवन को खासी रास आती हैं और वो वहां करीब 100 की स्ट्राइक रेट से रन बनाते हैं। इंग्लैंड में धवन 3 शतक और 4 अर्धशतक जड़ चुके हैं।