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जज बनते ही लड़की ने किया रिजेक्ट, फिर लड़के ने कर दिखाया ऐसा कि लड़की की आँखे फटी की फटी रह गयी

वैसे तो प्रेम-कहानी के बड़े-बड़े मिशाल दिए जाते हैं जैसे हीर-रांझा इत्यादि लेकिन एक कड़वा सच ये भी है कि जब भी लड़की को बॉयफ्रेंड से ज्यादा अच्छा लड़का मिले वो कल्टी मार लेती है। आज का वाकया भी कुछ उसी तरह का है जब एक लड़की जज बन गयी तो बॉयफ्रेंड को दुत्कारते हुए बोली – मै तुम्हारे साथ नही रह सकती, तुम्हारा कोई लेवल नही मेरे टाइप का। अपने प्रेमिका के मुंह से ऐसी बात सुनकर एक तरफ उसके दिल के टुकड़े हुए दूसरी तरफ उसने भी ठान लिया और लड़की से भी बड़ा जज बन गया। सुनने में काफी मजेदार है ना लेकिन इसके पीछे की असली सच्चाई सुन आपका भी मुँह खुला का खुला रह जायेगा…

जज बनते ही लड़की ने किया रिजेक्ट, फिर लड़के ने कर दिखाया ऐसा कि लड़की की आँखे फटी की फटी रह गयीलड़का भी बना जज

अक्टूबर के महीने में सिविल जज एंट्रेंस एग्जाम PCS-J 2016 का रिजल्ट घोषित होते ही अमित वर्मा रोने लगा। ये कोई गम के आंसू नही बल्कि खुशी के थे, जब उसके मित्र ने इसका रीजन पूछा तो उसने भारी आवाज में बोला- चलती राह में हाथ छोड़ दिया था उसने आज ऐसी नौबत आई जब मै बच गया वो डूब गई। इन शब्दों में जो सच्चाई झलक रही थी किसी की भी जिंदगी को प्रेरणा देने के लिए काफी है। तो चलिये जानते हैं अमित की आपबीति जो उन्होंने खुद बताया है।

आत्मविश्वास की जीवंत कहानी

इस साल 143वां रैंक से पास होने वाले अमित बताते हैं – मैं और मेरी माँ साथ रहते हैं पिताजी कब के हमारा साथ छोड़कर दुनिया से चले गए। एक भैया हैं जो मेरी पढ़ाई और माँ का बोझ उठाते हैं लेकिन पापा का सपना था कि मैं एक दिन जज बनू और दुनिया को न्याय दिला सकू। एक दिन जब रिजल्ट का दिन आ गया तो सामने दुनिया वीरान नजर आ रही थी क्योंकि मैं पास नही हुआ था। असल बात कहूं तो पास तो हुआ लेकिन रैंक सिर्फ 4 कम होने से सिलेक्शन नही हो सका।

प्यार में भी मिला धोखा

उस वक़्त अमित सोशल मीडिया से जुड़ा था और एक लड़की से उसकी मुलाकात हुई वक़्त साथ गुजरने लगे और समय बीतते ही बात शादी तक पहुंच गई लेकिन लड़की हरदम अमित की बेरोजगारी से चिढ़ती थी। शायद इसी वजह से उसने प्राइवेट नौकरी भी करनी शुरू कर दी थी लेकिन डैड का सपना तो जज बनते हुए देखने का था। इसी दौरान पता चला कि उस लड़की ने शादी कर ली और कारण सिर्फ इतना बतायी की तुम बेरोजगार हो इसलिए मेरे लायक नही।

अमित हुआ था डिप्रेशन का शिकार

इसके बाद अमित की मानसिक स्थिति बिगड़ने लगी और वह ज्यादातर अकेला वक़्त बिताने लगा। अमित बताते हैं कि इस वाकये के बाद उसके पास कई रिश्ते भी आये लेकिन उन्होंने सब ठुकराते हुए डिप्रेशन पर काबू पा लिया और LLM बीएचयू में दाखिला लिया। बस फिर क्या था जिस बुलंदी ने मुह मोड़ लिया था आज वह कदम चूम रही है।

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