घटना हरियाणा के सोनीपत की है। चचेरे भाइयों और अन्य परिजनों ने जमीन विवाद में पिता-पुत्र की गोली मारकर हत्या कर दी। परिवार के दो अन्य लोगों को घायल कर दिया। गोली से मरने वाला युवक दिल्ली पुलिस में सिपाही था और पीतमपुरा पुलिस लाइन में तैनात था। पुलिस ने नौ लोगों के खिलाफ हत्या और अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है। सभी हमलावर फरार हैं।
गांव गोरड़ निवासी दिल्ली पुलिस का सिपाही प्रविंद्र (26) शनिवार सुबह अपने पिता ईश्वर (54), भाई शोभराम और कुलदीप के साथ खेतों में धान की रोपाई के लिए गया था। इस दौरान उसका चचेरा भाई देवेंद्र, स्वर्ण और उसकी पत्नी ऊषा, बेटा भवन, देवेंद्र की पत्नी, धर्म सिंह की पत्नी और उसके दो बेटे ओमबीर और सोमबीर, स्वर्ण का भांजा गांव आहुलाना निवासी नवीन पिस्तौल, लाठी, जेली, कुल्हाड़ी लेकर पहुंच गए।
बताया जा रहा है कि देवेंद्र और स्वर्ण के साथ प्रविंद्र का जमीन के संबंध में विवाद चल रहा है। हमलावरों ने आते ही जमीन से रास्ता देने और सिंचाई नहीं करने की बात कही। इस पर प्रविंद्र ने विरोध किया तो दोनों में झगड़ा शुरू हो गया। इसी बीच देवेंद्र ने शोभराम पर गोली चला दी, लेकिन शोभराम बच गया। तभी हमलावरों ने प्रविंद्र के सीने और उसके पिता ईश्वर की पीठ पर गोली मार दी। नवीन ने ईश्वर के सिर पर कस्सी से वार कर दिया।
पिता-पुत्र की मौके पर मौत हो गई। हमलावरों ने शोभराम व कुलदीप को घायल कर दिया और फरार हो गए। सूचना मिलते ही खरखौदा थाना प्रभारी विरेंद्र शर्मा, फरमाणा चौकी प्रभारी ईश्वर सिंह व एसआईटी घटना स्थल पर पहुंचे। घायलों को अस्पताल ले जाया गया। पुलिस ने शवों कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने शोभराम के बयान पर नौ आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
गांव गोरड़ में जमीन विवाद व सिंचाई के लिए हुई कहासुनी में परिवार के लोगों पर ही दूसरे पक्ष के पिता-पुत्र की हत्या करने का आरोप है। जल्द ही आरोपियों को काबू किया जाएगा।
– विरेंद्र शर्मा, थाना प्रभारी, खरखौदा