कठुआ गैंगरेप के खिलाफ छात्रों के प्रदर्शन में सुरक्षाबलों के साथ झड़प हुई, जिसमें कई घायल हो गए. कठुआ मामले में न्याय की मांग को लेकर कश्मीर में अभियान जोर पकड़ रहा है. छात्रों और लोगों ने समूची घाटी में बीते 18 अप्रैल को प्रदर्शन किया. विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के छात्रों ने आठ वर्षीय बच्ची के लिए न्याय की मांग करते हुए यहां रेसीडेंसी रोड में एक विरोध रैली निकाली. उन्होंने इस बच्ची से सामूहिक बलात्कार और उसकी हत्या के जघन्य अपराध में शामिल लोगों को सख्त सजा देने की भी मांग की.
वकीलों के एक समूह, सिविल सोसाइटी के सदस्यों और अन्य तबके के लोगों ने यहां प्रताप पार्क में एक विरोधी रैली निकाली. उन्होंने इस साल जनवरी में बच्ची से हुए बलात्कार और उसकी हत्या में संलिप्त लोगों को मौत की सजा देने की मांग की. प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक बारामुला जिले में नियंत्रण रेखा के पास उरी में छात्रों ने एक विशाल रैली निकाली.
गौरतलब है कि कठुआ की आठ साल की बच्ची का 10 जनवरी को अपहरण कर लिया गया था. बच्ची को एक मंदिर में बंधक बनाकर रखा गया. इस दौरान उसे भूखा रखा गया और नशीली दवाइयां दी गई और बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया. इसके बाद बच्ची की हत्या कर दी गई. बच्ची का शव 17 जनवरी को रसाना गांव के जंगल से मिला था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते 13 अप्रैल को इस घटना की निंदा करते हुए कहा था कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. इस मामले में हेड कांस्टेबल, एक सब-इंस्पेक्टर, दो विशेष पुलिस अधिकारी सहित आठ लोग गिरफ्तार किए गए और उनमें से सात के खिलाफ आरोप दायर किया गया है.