टीम इंडिया के लिए श्रीलंका के खिलाफ डेब्यू करने वाले तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर मैदान पर 10 नंबर की जर्सी पहनकर क्या उतरे सोशल मीडिया पर मानो बवाल मच गया। इसे लेकर लोगों ने शार्दुल और बीसीसीआई को ट्रोल किया। लोगों का मानना है कि सचिन तेंदुलकर के अलावा इस जर्सी को पहनने का हक और किसी को नहीं है। क्रिकेट के भगवान के रूप में लोगों की भावनाएं सचिन की 10 नंबर की जर्सी से जुड़ी है। 10 नंबर की जर्सी भारतीय क्रिकेट में सचिन का पर्याय बन गई है।
क्या आपको मालूम है कि क्रिकेट के भगवान ने भी अपनी जर्सी के नंबर में कई बार बदलाव किए हैं। हालांकि क्रिकेट के खेल में जर्सी नंबर का कोई महत्व नहीं है लेकिन साल 1999 में इंग्लैंड में आयोजित आईसीसी क्रिकेट विश्वकप के बाद से वनडे क्रिकेट में खिलाड़ियों की जर्सी नंबर लिखने का आधिकारिक चलन शुरू हुआ। लेकिन इसके बाद से लोगों ने सचिन को अकसर 10 नंबर की जर्सी पहनकर खेलता देखा।
लेकिन इस बात से बेहद कम लोग वाकिफ हैं कि सचिन ने 10 नंबर के अलावा दूसरे नंबर की जर्सी पहनकर खेले हैं। ये नंबर हैं 33 और 99। सचिन ने जब टेनिस एलबो इंजरी से उबरकर टीम इंडिया ने वापसी की थी तब उन्होंने देश के जाने-माने एस्ट्रोलॉजिस्ट बेजान दारूवाला की सलाह पर जर्सी पर 10 की जगह 33 नंबर रखा लेकिन कुछ दिनों बाद वो एक बार फिर 10 नंबर की जर्सी में नजर आए।
सचिन ने कुछ दिन तक 99 नंबर की जर्सी भी पहनी। लेकिन उनका लगाव इस जर्सी के साथ भी ज्यादा दिन तक नहीं रहा। वो आखिर में 10 नंबर की जर्सी पर लौट आए। जिसे पहनकर उन्होंने दुनिया में बल्लेबाजी के सबसे बड़े रिकॉर्ड बनाए।
हालांकि उनकी जर्सी का 10 नंबर शार्दुल को दिए जाने का विरोध हो रहा लेकिन उनके 33 और 99 नंबर को भी कई अन्य खिलाड़ी अपनी जर्सी पर रख चुके हैं जिनमें सौरव गांगुली, वीरेंद्र सहवाग, अश्विन जैसे खिलाड़ी शामिल हैं। इसकी कभी किसी ने कोई विरोध नहीं किया। प्रशंसकों की मांग है कि उनकी 10 नंबर की जर्सी को बीसीसीआई को रिटायर कर देना चाहिए। लेकिन आईपीएल से संन्यास लेने के बाद सचिन के सम्मान में मुंबई इंडियन ने सचिन की 10 नंबर की जर्सी को हमेशा के लिए रिटायर कर दिया था।