श्रीनगर: जम्मू कश्मीर में खूंखार आतंकवादी संगठन आईएसआईएस की नापाक मंसूबों का खुलासा हुआ है। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने भारत के खिलाफ हिंसक जिहाद छेड़ने के लिए देश में भोलेभाले युवाओं को कट्टरपंथ का पाठ पढ़ाने और उनकी भर्ती करने की आतंकी संगठन आईएसआईएस की साजिश का पर्दाफाश किया है। ISIS के साथ कथित तौर पर संलिप्त रहने को लेकर दक्षिण कश्मीर से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
एनआईए प्रवक्ता ने सोमवार को बताया कि जांच एजेंसी द्वारा सात स्थानों पर छापे मारने के बाद तीन लोगों, उमर निसार, तनवरी अहमद भट और रमीज अहमद लोन को रविवार रात गिरफ्तार किया गया। वे सभी दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग स्थित अचबल के रहने वाले हैं। यह मामला एनआईए ने भारतीय दंड संहिता और गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम के विभिन्न प्रावधानों के तहत 29 जून को दर्ज किया था।
इस गिरफ्तारी के बाद यह जानकारी भी सामने आई है कि विभिन्न युद्धग्रस्त क्षेत्रों से आईएसआईएस आतंकवादियों के साथ भारत में संचालित हो रहे आईएसआईएस सदस्यों छद्म ऑनलाइन पहचान के जरिए एक नेटवर्क तैयार किया है, जिसमें आईएसआईएस से संबंधित दुष्प्रचार सामग्री प्रसारित की जा रही है ताकि युवाओं को कट्टरपंथ का पाठ पढ़ाया जा सके और उनकी आतंकी संगठन में युवाओं की भर्ती की जा सके।
प्रवक्ता ने बताया कि इस सिलसिले में एक भारत केंद्रित ऑनलाइन दुष्प्रचार सामग्री मासिक आधार पर प्रकाशित की गई ताकि भोलेभाले युवाओं को उकसाया जा सके और उन्हें कट्टरपंथ के रास्ते पर ले जाया जा सके। गिरफ्तार आरोपियों के परिसरों में छापेमारी के दौरान एनआईए ने बड़ी संख्या में आपत्तिजनक दस्तावेज , कई डिजिटल उपकरण और आईएसआईएस के ‘लोगो वाले टी शर्ट जब्त किये।जब्त सामग्री की शुरूआती जांच से यह खुलासा हुआ है कि वे आईएसआईएस के सक्रिय सदस्य हैं और ऑनलाइन पत्रिका (वीओएच) के जरिए उकसाने वाली सामग्री फैलाने के लिए साइबर जगत का इस्तेमाल कर रहे हैं।