जीवनशैली
जीरे के सेवन से , मुंह की बदबू हमेशा के लिए हो जाएगी खत्म
जीरा पाचक और दर्दनाशक होता है। जीरा एक स्वादिष्ट मसाला है। सफेद जीरा और काला जीरा दोनों के गुण समान होते हैं। जीरा से शरीर की क्रियाएं ठीक रहती हैं।
मुंह में बदबू- अगर मुंह में बदबू आती है तो जीरे को भूनकर खाने से दूर हो जाती है।
शक्तिवर्धक- 2 चम्मच जीरा, एक कप पानी में भिगोकर प्रात: छानकर शक्कर मिलाकर पिएं, इससे ताकत आती है।
ह्रदय रोग- दस ग्राम पिसा जीरा एक कप पानी में भिगोकर प्रात: छानकर मिश्री मिलाकर नित्य पीते रहने से ह्रदय रोग में लाभदायक है। पेशाब अधिक लाकर ह्रदय को शक्ति देता है।
खांसी- एक चम्मच जीरा और एक चम्मच सौंफ पीसकर आधा चम्मच शहद में मिलाकर खाने से खांसी ठीक होती है। ऐसी तीन खुराक नित्य लें।
मलेरिया- एक चम्मच जीरा बिना सेंका हुआ पीस लें। इसका तीन गुना गुड़ इसमें मिलाकर इसकी तीन गोलियां बना लें। निश्चित समय पर सर्दी लगकर आने वाले मलेरिया बुखार के आने से पहले एक एक घंटे से एक एक गोली लें। कुछ दिन नित्य लेते रहें। मलेरिया ठीक हो जाएगा।
बवासीर- जीरा और मिश्री समान मात्रा में पीसकर एक एक चम्मच तीन बार ठंडे पानी के साथ फंकी लें तथा जीरा पानी में पीसकर गुदा में लेप करें। इससे बवासीर की सूजन और दर्द में लाभ होता है।
बुखार- एक चम्मच जीरा एक कप पानी में उबालें। अच्ची तरह उबालने के बाद छानकर इसका पानी पिएं। इससे ज्वर का ताप कम होता है।
पुराना बुखार- कच्चा पिसा हुआ जीरा एक ग्राम इतने ही गुड़ में मिलाकर नित्य तीन बार लेते रहने से पुराना बुखार ठीक हो जाता है।