जीसैट-6 सैन्य उपग्रह कक्षा में स्थापित
चेन्नई। भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने रविवार को कहा कि उन्होंने देश के सैन्य संचार उपग्रह जीसैट-6 को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित कर दिया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अनुसार, जीसैट-6 उपग्रह को रविवार को उसके लिए निर्धारित 83 डिग्री पूर्वी कक्षा में इनसैट 4ए, जीसैट-12, जीएएटी-1० और आईआरएनएसएस1सी के साथ सफलतापूर्वक स्थापित कर दिया गया। उपग्रह को 27 अगस्त को भारतीय प्रक्षेपण यान जीएसएलवी मार्क-2 के जरिए प्रक्षेपित किया गया था। जीसैट-6 पर इसरो ने अब तक का सर्वाधिक विशाल एंटीना स्थापित किया है, जिसका उपयोग भारतीय धरती पर स्थित पांच स्पॉट बीम से किया जा सकेगा।
इस उपग्रह की अनुमानित जीवन प्रत्याशा नौ वर्ष है। इसरो की योजना अगले साल जुलाई में जीएसएलवी रॉकेट के जरिए 2,2०० किलोग्राम भार वाले इनसैट-3डीआर मौसम उपग्रह को लांच करने की है। इसरो के अनुसार, जीएसएलवी के जरिए लगातार दो उपग्रहों का सफल प्रक्षेपण इस रॉकेट को विश्वसनीय प्रक्षेपण यान बनाता है। इससे जीएसएलवी को भविष्य के लिए विकसित करने की राह भी खुल गई है तथा इसके जरिए भारत उपग्रहों के प्रक्षेपण में आत्मनिर्भरता हासिल करने की ओर अग्रसर है। अगले साल जुलाई में इनसैट-3डीआर के प्रक्षेपण के बाद इसरो की योजना मई, 2०17 में जीसैट-9 उपग्रह के प्रक्षेपण की है। इसके बाद प्रतिष्ठित चंद्रयान अभियान-2 का प्रक्षेपण जीएसएलवी प्रक्षेपण यान के जरिए ही 2०17-18 के बीच किया जाएगा।