एजेंसी/ नई दिल्ली: जेएनयू में राष्ट्रविरोधी नारेबाज़ी के बाद बढ़ते विवाद पर सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी और सीपीआई नेता डी राजा ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की है। इस मुलाक़ात के बाद येचुरी ने छात्रों पर की गई पुलिसिया कार्रवाई को ग़लत बताते हुए कहा कि छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को तुरंत रिहा किया जाए।
वीडियो पर सवाल उठाते हुए येचुरी ने कहा कि गलत छात्रों पर कार्रवाई की गई है। असल में यह छात्र वीडियो में नारेबाज़ी करते नहीं दिख रहे हैं, साथ ही इस पूरी कार्रवाई पर सीपीआई के डी राजा और जेडीयू के केसी त्यागी ने भी सवाल उठाए हैं।
वहीं दिल्ली के पुलिस कमिश्नर बीएस बस्सी अबतक की कार्रवाई की रिपोर्ट के साथ गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मिलेंगे। इससे पहले जांच पूरी होने तक आठ छात्रों को यूनिवर्सिटी की पढ़ाई-लिखाई से जुड़ी गतिविधियों में भाग लेने पर पाबंदी लगा दी गई है। जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया की गिरफ़्तारी के बाद से तनाव है औऱ पूरे कैंपस में पुलिस का पहरा है।
इस कार्रवाई पर नाराज़गी जताते हुए जेएनयू शिक्षक संघ ने उसे ज़रूरत से ज़्यादा बताया है और कहा है कि इससे यूनिवर्सिटी के लोकतांत्रिक मूल्यों को ख़तरा है। वहीं इस मामले में जेएनयू से पढ़े कुछ पूर्व सैनिकों ने वीसी को चिट्ठी लिखकर अपनी डिग्री लौटाने की पेशकश की है। यह पूर्व सैनिक जेएनयू कैंपस में ‘राष्ट्रविरोधी’ घटना से आहत हैं।
इससे पहले जेएनयू विवाद पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का बयान आया था कि किसी भी प्रकार से भारत माता के अपमान को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वहीं राजनाथ सिंह ने कहा था कि यदि कोई भी भारत-विरोधी नारे लगाता है, देश की एकता और अखंडता पर सवाल उठाने की कोशिश करता है तो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।