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जोहरा पंचतत्व में विलीन, स्मृतियां बरकरार

johra sahgalनई दिल्ली। फिल्म बिरादरी में कइयों की आपा तो कइयों के लिए बेहद उत्साही और जोश से भरी दिवंगत अभिनेत्री जोहरा सहगल का जीवन के प्रति नजरिया बेहद प्रेरणादायक और उत्साह भरा रहा। हिंदी सिनेमा और रंगमंच की महान कलाकार का अंतिम संस्कार शुक्रवार को दयानंद मुक्तिधाम शमशाम में और लोदी रोड शवदाह गृह में कर दिया गया। जोहरा के बेटे पवन सहगल ने उनके अंतिम संस्कार की विधियां पूरी कीं जबकि उनकी बेटी किरण सहगल उनके साथ रहीं। जोहरा का निधन गुरुवार को दिल का दौरा पड़ने से हुआ। वह 1०2 साल की थीं। जोहरा के परिजन और दोस्त जहां उन्हें बेहद जोशीले और आत्मीय इंसान के रूप में याद करते हैं वहीं सुपरस्टार शाहरुख खान उन्हें नटखट बच्ची की तरह याद करते हैं। जोहरा के बेहद निकट माने जाने वाले रंगमंच निर्देशक एम. के. रैना ने आईएएनएस से कहा ‘‘एक काल का अंतिम अध्याय आज खत्म हो गया।’’ रैना और उनके बेटे अनंत ने जोहरा के जीवन पर एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी बनाई है। फिल्म का नाम ‘जोहरा सहगल : एन इंटरव्यू 2०12’ है जिसमें जोहरा का विस्तृत साक्षात्कार और उनकी पुरानी तस्वीरे हैं। रैना जोहरा को आपा बुलाते थे। वह कहते हैं कि वह एक पेशेवर कलाकार का बेहतरीन उदाहरण थीं। वह हमेशा समय पर तैयार मिलती थीं बेहद अनुशासित थीं और सेट पर आने से पहले अपना पूर्वाभ्यास करके आती थीं। यह जोहरा की शख्सियत का ही जादू था कि उनके निधन का समाचार पाते ही फिल्म बिरादरी की नामी हस्तियां सरकारी अधिकारी और रंगमंच के जाने माने कलाकार दूसरे शहरों से यात्रा कर उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए तत्काल दिल्ली पहुंचे।

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