जैसे ही लगे यूरीन आ रहा है, तो एक से दो मिनट के अंदर पास कर देना चाहिए, वरना सेहत को हो सकते हैं ये गंभीर खतरे…
यूरीन रोके रखने से किडनी में स्टोन में हो सकता है। हर एक मिनट में दो एमएल यूरीन ब्लेडर में पहुंचता है, जिसे प्रति एक से दो घंटे के बीच खाली कर देना चाहिए। ब्लेडर खाली करने में तीन से चार मिनट की देरी में पेशाब दोबारा किडनी में वापस जाने लगता है। पेशाब में यूरिया और अमिनो एसिड जैसे टॉक्सिक तत्व होते हैं। ऐसे में पथरी होने की संभावना बनी रहती है।
यूरिनरी ट्रेक्ट इंफेक्शन हो सकता है। यूरीन रोकने के कारण ये संक्रमण होता है। यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन महिलाओं को होने वाली बीमारी है। इन्टस्र्टिशल सिस्टाइटिस होने की संभावना रहती है।
यह एक दर्दनाक ब्लैडर सिंड्रोम है, जिसके कारण ब्लैडर में सूजन और दर्द हो सकता है।
किडनी फेलियर हो सकता है। यूरीन से संबंधित हर तरह के इंफेक्शन किडनी पर बुरा असर डालते हैं।
बहुत अधिक देर यूरीन रोकने से यूरीन का रंग भी बदलने लगता है। ब्लैडर की मांसपेशियां कमजोर होती हैं। दवाब के बाद भी यदि तीन से चार मिनट भी पेशाब को रोका गया तो यूरिन के टॉक्सिक तत्व किडनी में वापस चले जाते हैं, जिसे रिटेंशन ऑफ यूरिन कहते हैं। ब्लैडर की मांसपेशियां कमजोर होने से यूरीन करने की क्षमता भी कम होती है।