ठाकरे के बाद जॉर्ज फर्नांडिस पर फिल्म बनाएंगे संजय राउत
राजनेता से फिल्म निर्माता बने संजय राउत, नवाजुद्दीन सिद्दीकी स्टारर “ठाकरे” की सक्सेस से काफी खुश हैं. ठाकरे के बाद वे रुकने वाले नहीं हैं. खबरे आ रही हैं कि उनके प्रोडक्शन में एक और राजनीतिक बायोपिक का निर्माण किया जाएगा. शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे के जीवन पर बनी फिल्म के बाद उनका अगला प्रोजेक्ट दिग्गज समाजवादी नेता जॉर्ज फर्नांडिस हैं. ख़बरों की मानें तो पूर्व रक्षा मंत्री और एनडीए के संयोजक रहे जॉर्ज फर्नांडिस के जीवन पर फिल्म के निर्माण की तैयारियां कर ली गई हैं.
मुंबई मिरर की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, मार्च तक जॉर्ज के जीवन पर बन रही फिल्म फ्लोर पर चली जाएगी. ये एक बायोपिक फिल्म ही होगी. समाजवादी नेता फर्नांडिस, शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे के काफी करीब थे. फिल्म में दोनों की दोस्ती को दिखाने की तैयारी है. ठाकरे में भी एक जगह दोनों को साथ दिखाया गया है. जॉर्ज पर बन रही फिल्म के लिए राउत, मुख्य किरदार और दूसरे सपोर्टिंग किरदारों के लिए बातचीत भी कर रहे हैं.
ठाकरे की तरह यह फिल्म भी दो भाषाओं यानी हिंदी और मराठी में बनाई जा सकती है. चर्चा यह भी है कि पीकू और अक्टूबर जैसी फिल्म का निर्देशन करने वाले शूजित सरकार से निर्देशन करवाने की तैयारी है. हालांकि अभी आधिकारिक रूप से कुछ तय नहीं किया गया है. राउत ने मुंबई मिरर से कहा भी कि इस प्रोजेक्ट के लिए उन्हें शूजित जैसे अनुभवी और दक्ष निर्देशक की जरूरत पड़ेगी. पर राउत ने यह भी बताया कि अभी किसी का नाम तय नहीं किया गया है. शुरुआती रिपोर्ट्स मुताबिक़ फिल्म की कहानी 1950 के मध्य से लेकर 1975 तक मुंबई में फर्नांडिस के जीवन पर फोकस होगी. आपातकाल के दौरान जॉर्ज की भूमिका को दिखाने की योजना है. बता दें कि आपातकाल में जॉर्ज एक बड़े और लोकप्रिय विपक्षी नेता के तौर पर उभरे थे.
अटल बिहारी वाजपेयी की एनडीए सरकार में पूर्व रक्षा मंत्री रहे जॉर्ज फर्नांडिस ने राजनीतिक जीवन की शुरुआत एक ट्रेड यूनियन नेता के तौर पर ही की थी. उन्हें सरकारी कार्यालयों में मराठी को राजकीय भाषा बनाने में योगदान देने के लिए भी जाना जाता है. मुंबई की राजनीति में जॉर्ज की दखल काफी मजबूत थी. उन्होंने अपने जीवन का एक लंबा वक्त मुंबई में बिताया था.
ठाकरे की सफलता के बाद शिवसेना सांसद राउत काफी उत्साहित दिख रहे हैं. ठाकरे में नवाजुद्दीन के अलावा अमृता राव प्रमुखता से नजर आई थीं. अभिजीत पानसे ने इसका निर्देशन किया था.