सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग को 4 खरब रुपये का नुकसान उठाना पड़ा। फेसबुक यूजर्स का डाटा लीक होने के मामले में कंपनी का शेयर करीब 7 फीसदी टूट गया, जिससे जुकरबर्ग की कमाई पर भी काफी असर देखने को मिला।
कुछ मिनटों में गवां दिए अरबों डॉलर
यूरोप और अमेरिका के सांसदों ने यूजर्स का डाटा लीक करने के मामले में मार्क जुकरबर्ग को पेश होने के लिए कहा है। शेयर की कीमत घटने की वजह से फेसबुक सीईओ मार्क जुकरबर्ग को एक दिन में 6.06 अरब डॉलर (करीब 395 अरब रुपये) का झटका लग गया।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में किया डाटा लीक
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव में फेसबुक पर डाटा लीक करने का आरोप लगा है। ब्रिटेन की कैंब्रिज एनालिटिका ने डॉनल्ड ट्रंप को अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव जीतने में किस तरह से मदद की?
फेसबुक ने बताया था कि राष्ट्रपति चुनाव के दौरान एक क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। क्विज के लिए पर्सनैलिटी ऐनालिसिस ऐप के लिए यूजर्स को साइनअप किया गया था, जिसका इस्तेमाल ऐकडेमिक परपस में होना था।
क्विज के लिए 2.70 लाख लोगों ने ऐप को फेसबुक के जरिये अपने और दोस्तों के डाटा एक्सेस करने की इजाजत दी थी, जिससे कुल यूजर्स की संख्या 5 करोड़ तक पहुंच गई थी। न्यू यॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट से यह जानकारी मिली है। फेसबुक के नियमों के मुताबिक, उस वक्त इस तरह के एक्सेस की इजाजत थी।
प्रोफेसर ने बेच डाला डाटा
जिस प्रोफेसर ने इस क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया था, उसने फेसबुक की बिना अनुमति के यूजर्स का सारा डाटा कैंब्रिज एनालिटिका को बेच दिया। 2015 में इसकी जानकारी फेसबुक को हुई, जिसके बाद कंपनी ने कैंब्रिज एनालिटिका से डाटा को अपने सिस्टम से हटाने के लिए कहा था।
लेकिन इसके बाद भी कंपनी ने यूजर्स का डाटा अभी तक हटाया नहीं है। ब्रिटेन के एक सांसद ने सोमवार को कहा कि देश के प्राइवेसी वॉचडॉग को अधिक ताकत मिलनी चाहिए। कन्जर्वेटिव लीडर और यूके डिजिटल, कल्चर, मीडिया और स्पोर्ट्स कमिटी के अध्यक्ष डेमियन कॉलिंस ने एलबीसी रेडियो को दिए इंटरव्यू में बताया, ‘हमें ब्रिटेन में इन्फॉर्मेशन कमीशन को और शक्तियां देने पर विचार करना चाहिए। इसका समय आ गया है।’