थाईलैंड ने भारत को दिया बड़ा झटका, एक साथ सैन्य अभ्यास करने से किया इनकार
सूत्रों ने बताया कि थाईलैंड के रक्षा मंत्रालय ने 27 अगस्त को ही भारत के रक्षा मंत्रालय को अपने फैसले से अवगत करा दिया था। थाई रक्षा मंत्रालय ने बजट की कमी की वजह से सैन्य अभ्यास में भाग लेने से इनकार किया है।
आम तौर पर थाई रक्षा बल द्विपक्षीय और बहुपक्षीय सैन्य अभ्यास में जरूर भाग लेते हैं, लेकिन इसके लिए वो एक साल पहले ही योजना बनाते हैं। सूत्रों के मुताबिक, फंड पहले से आवंटित किए जाते हैं ताकि सैन्य अभ्यास आयोजित किये जा सकें। थाईलैंड की प्रणाली में विदेशों में इस तरह के अभ्यास की योजना आखिरी मिनट में नहीं बनाई जा सकती है।
30 अगस्त को बिम्सटेक शिखर सम्मेलन के पूर्ण सत्र में प्रधानमंत्री मोदी ने भारत में होने वाले सैन्य अभ्यास के लिए सभी देशों को आमंत्रित किया था। इससे पहले नेपाली सेना ने भी सैन्य अभ्यास में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया था।
दरअसल, सेना के सैन्य अभ्यास में शामिल होने पर नेपाल में राजनीतिक विवाद हो गया था, जिसके बाद ये फैसला लिया गया। प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने राष्ट्रीय रक्षा बल को आदेश दिया कि नेपाली सेना अभ्यास में नहीं जाएगी।
कौन-कौन देश हैं बिम्सटेक के सदस्य
बे ऑफ बंगाल इनीशिएटिव फॉर मल्टी-सेक्टोरल टेक्निकल एंड इकोनॉमिक को-ऑपरेशन (बिम्सटेक) एक क्षेत्रीय संगठन है। इसके सदस्य देश भारत, म्यांमार, श्रीलंका, थाईलैंड, भूटान और नेपाल हैं।