दलाई लामा ने कहा-मैं भारत में ‘सबसे लम्बे समय तक रहने वाला मेहमान’ हूं, अपने मेजबान को किसी परेशानी में नहीं डालूंगा
नई दिल्ली : तिब्बत के आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने आज कहा कि वह ‘भारत में सबसे लम्बे समय तक रहने वाले अतिथि’ हैं, जो अपने मेजबान को कभी किसी परेशानी में नहीं डालेंगे। वर्चुअल संवाद सत्र में दलाई लामा ने कहा कि अहिंसा और करुणा में विश्वास रखने वाला भारत अन्य देशों के लिए एक आदर्श है। ‘जैसा कि मैंने हमेशा उल्लेख किया है, भारत मेरा घर है। मेरा जन्म तिब्बत में हुआ था, लेकिन मेरा अधिकांश जीवन इसी देश में बीता, मुझे वास्तव में गर्व महसूस होता है कि मैं भारत सरकार का अतिथि हूं। मुझे लगता है कि मैं भारत सरकार का सबसे लंबा मेहमान हूं। लेकिन कम से कम यह मेहमान कोई समस्या नहीं पैदा करेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत में धार्मिक सद्भाव उल्लेखनीय है और ‘मीडिया स्वतंत्र’ है। भारत को एक धर्मनिरपेक्ष देश बताते हुए निर्वासित तिब्बती नेता ने कहा कि वह’अहिंसा और करुणा’ को बढ़ावा दे रहे हैं, जो भारतीयों के आंतरिक मूल्य हैं, जिनका हजारों वर्षों से पालन किया जा रहा है। एक अरब से अधिक आबादी के साथ, भारत धार्मिक सद्भाव का एक आदर्श उदाहरण है। यह किसी राजनीतिक कारण से नहीं है, बल्कि अपने लोगों की वजह से है। कुछ देशों को भारत के धार्मिक सद्भाव के सिद्धांतों का पालन करने की आवश्यकता है।
दलाई लामा ने चिकित्सा बिरादरी को अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए अधिक दयालु होने की सलाह दी। गौरतलब है कि मंगलवार को उनका 86वां जन्मदिन था। इस मौके पर दुनियाभर से उनके लिए शुभकामनाएं आ रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दलाई लामा को शुभकामनाएं दी थी।