दिन में काम, रात में पढ़कर बने ओपन परीक्षा टॉपर
रायपुर, निप्र। मेहनत और लगन से कोई काम मुश्किल नहीं होता। इस बात को सच साबित कर दिखाया है रायगढ़ जिले के दो बच्चों ने। जिन्होंने मजबूरियों को पीछे छोड़ते हुए कामयाबी की कहानी गढ़ी है। अब आठ साल में पहली बार छत्तीसगढ़ राज्य ओपन स्कूल की परीक्षा में सफलता पाने वाले इन बच्चों का सम्मान किया जाएगा। पिछले साल स्कूल शिक्षा मंत्री केदार कश्यप की घोषणा पर अमल करते हुए माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड परीक्षाओं के टॉपरों के साथ ही 29 नवंबर को ओपन टॉपरों को भी पुरस्कृत करेगा।
वर्ष 2016 की परीक्षा में कक्षा 12वीं में रायगढ़ जिले के राजपुर गांव के छात्र ईश्वर प्रसाद भोय ने 89.8 प्रतिशत अंक लाकर पहला स्थान हासिल किया है। वहीं रायगढ़ के भटगांव की छात्रा क्षमा टोप्पो ने 10वीं में 86.8 प्रतिशत अंक हासिल किए। समारोह में ईश्वर को 25 हजार और क्षमा को 20 हजार स्र्पए दिए जाएंगे। इस अवसर पर 2015 के टॉपर मनू नायक और अनुपम कुजूर भी पुरस्कृत किए जाएंगे।
घरवालों के काम में ईश्वर ने बंटाया हाथ
ईश्वर लैलूंगा में आईटीआई की पढ़ाई के साथ ही बायोलॉजी से 12वीं की परीक्षा दी। वह पिता राधेश्याम भोय और मां मझली के साथ खेतों में भी काम करता था। उसका कहना है कि जीव विज्ञान के क्षेत्र में कॅरियर बनाएगा।
15 किमी दूर था स्कूल इसलिए ओपन से पढ़ाई
क्षमा टोप्पो के माता-पिता प्रकाश टोप्पो और पौलीना टोप्पो खेती करते हैं। उसे मैथ्स और साइंस पढ़ने में रुचि है। गांव से 15 किमी दूर स्कूल होने के कारण ओपन से पढ़ाई की। क्षमा अब रेगुलर पढ़ाई करके वह नर्स बनना चाहती है।