दिल्ली
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई


उन्होंने गुहार लगाई कि अदालत को इस संबंध में अंतरिम आदेश पारित करना चाहिए। पीठ ने उनके आग्रह को स्वीकार करते हुए रजिस्ट्री को इस मामले को मंगलवार के लिस्ट करने का निर्देश दिया। वकील आरके कपूर ने दिल्ली के वातारवरण में व्याप्त धूल-कण को लेकर जहां नई याचिका दाखिल की है वहीं वकील अपराजिता सिंह ने अदालत द्वारा गठित अथॉरिटी की रिपोर्ट को रिकार्ड पर लेते हुए अंतरिम आदेश पारित करने की गुहार की।
अपराजिता सिंह ने कहा कि पांच नवंबर को पीएम (पार्टिकुलेट मैटर) का स्तर 14 गुना बढ़ गया था। उन्होंने कहा कि स्थिति भयावह है और यह मनुष्य के जीवन केलिए खतरा है। वहीं पर्यावरणविद् सुनीता नारायण ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण स्तर लंदन स्मॉग प्रकरण से अधिक हो चुका है।
दिल्ली में पहले भी भी ऐसी स्थिति नहीं रही। मालूम हो कि वर्षों पहले लंदन के प्रदूषण का स्तर बढ़ने के कारण हजारों लोग मारे गए थे। उन्होंने कहा कि गत वर्ष दिसंबर में अदालत ने इस संबंध में कई निर्देश दिए थे लेकिन जमीनी स्तर पर इस पर काम नहीं हुआ। शीर्ष अदालत इन सभी याचिकाओं पर
मंगलवार को सुनवाई करेगी।