जीवनशैली

दिवाली के दौरान गर्भवती महिलाएं जरुर रखें इन बातों का ध्यान

देखते-देखते दिवाली भी आ ही पहुंची। तरह-तरह की मिठाइयों का स्वाद आपकी जीभ पर इतराने लगा होगा। गिफ्ट पैक, भरपूर शॉपिंग, बाजारों की रौनक, लाइटिंग और पटाखों की गूंज आपके कानों में अभी से तैरने लगी होगी। त्योहार की इस चकाचैंध में अक्सर हम अपनी सेहत तक का ख्याल रखना भूल जाते हैं। ऐसे में गर्भवती महिलाओं के लिए लिए इस त्योहार के दौरान कुछ खास एहतियात जरूरी है। गायनकोलॉजिस्ट व आईवीएफ एक्सपर्ट डॉ. श्वेता गोस्वामी बता रही हैं प्रेगनेंसी के दौरान किस तरह से महिलाएं खुशियों के इस त्योहार में अपने सेहत का ध्यान रखकर अपनी खुशियां और हेल्थ को दोगुने रूप से अच्छा कर सकती हैं…

 दिवाली के दौरान गर्भवती महिलाएं जरुर रखें इन बातों का ध्यानसाफ-सफाई के दौरान रखें ध्यान
दिवाली से पहले साफ-सफाई सभी करते हैं लेकिन साफ-सफाई के बीच गर्भवती महिलाओं को ध्यान देना जरूरी है कि आप अधिक भार न उठाएं। अधिक भार उठाने से आपको या आपके होने वाले बच्चे पर बहुत बुरा असर पड़ सकता है।

आपका आहार
त्योहारों की भाग-दौड़ के बीच आपके आहार में अलग-अलग तरह के ढेर सारे फल और सब्जियां शामिल हों जिससे शरीर के लिए आवश्यक सभी विटामिन मिल सकें। इनमें मौजूद विटामिन और फाइबर आपके और शिशु के स्‍वास्‍थ्‍य के लिए जरूरी है। गर्भावस्था में संतुलित और पोषक भोजन से आपका और आपके शिशु के शरीर को पोषण मिलेगा।

ईको फ्रेंडली दिवाली
दिवाली पर दीप जलाकर खुशियां बांटने का मजा ही कुछ और है। ऐसे में पटाखों के शोरगुल और प्रदूषण की बजाय घर में ईको फ्रेंडली दिवाली मनाना समझदारी है। पटाखों से निकलने वाली कार्बन डाइऑक्साइड, नाइट्रस ऑक्साइड जैसी गैस सांस के जरिए शरीर में पहुंच कर घातक परिणाम देती हैं। खासकर गर्भवती महिलाओं के लिए तो ये बहुत खतरनाक होती हैं। यह जच्चा-बच्चा दोनों के लिए खतरनाक होता है।

डाइट पर कंट्रोल
त्योहार का मतलब यह नहीं कि बिना सोचे-समझे आप पकवानों का सेवन करती रहें। गर्भावस्था के दौरान शरीर में इन्सुलिन का असंतुलन और अधिक फैट्स प्रजनन के लिए बड़ा खतरा हो सकते हैं। आपकी सेहत का सवाल है तो आपको मिलावटी मिठाइयों को खाने से बचना चाहिए। मिठाइयां खरीदते समय आपको मिठाइयों के बारे में जानकारी लेनी चाहिए।

इन बातों का भी रखें ख्याल
– हर 1 घंटे बाद कुछ न कुछ खाती रहें। इसके अलावा, हर घंटे में पानी भी पीती रहें।
– पटाखों के शोर से बचने के लिए कानों में रूई डाल लें। इससे आपको पटाखों की आवाज धीरे से सुनाई देगी।
– प्रेगनेंट हैं और आपको अस्थमा या सांस की कोई प्रॉब्लम भी है, तो प्रेगनेंट महिलाएं पटाखों के धुए से दूर रहें।
– सिर्फ पटाखें के धुएं से ही नहीं बल्कि ऐसे समय में आपको फूलों से भी परेशानी हो सकती है इसलिए पानी से अच्छी तरह घुली हुई फूल मालाओं का ही इस्तेमाल करें।

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