दिव्यांगों की भावनाओं की कहानी है ‘आई ऐम नॉट ब्लाइंड’
मुम्बई : आमतौर पर दिव्यांगों को दया का पात्र समझा जाता है। उन्हें इस बात का अहसास कराया जाता है कि तुम दूसरों पर निर्भर हो और हम तुम्हारी मदद के लिए सामने खड़े हैं। ऐसी भावनाएं एक तरह से दिव्यांगों का कद छोटा करती हैं। दिव्यांग यानी अपंग हैं तो क्या हुआ। वे भी बड़े और महान बन सकते हैं। देश में 5 करोड़ से भी ज्यादा दिव्यांग हैं जिनमें कई दिव्यांग अपनी ताकत का अहसास करा चुके हैं। शारीरिक ताकत नहीं, मानसिक ताकत, जिसके सहारे उन्होंने समाज में मान—सम्मान हासिल किया जिसका उदाहरण वे चार आईएएस अधिकारी हैं जो ब्लाइंड हैं।
बॉलीवुड में इन दिनों कन्टेंट बेस्ड और इंस्पायरिंग मूवीज़ का दौर चल रहा है। अब दिव्यांगों के हौसले और उनके इंस्पायरिंग कारनामों पर एक हिंदी फिल्म बन रही है जिसका नाम है ‘आई ऐम नॉट ब्लाइंड’। एक अंधे व्यक्ति के आई ए एस अधिकारी बनने की कहानी को इस फ़िल्म में पेश किया जाएगा। पिस्का एंटरटेनमेंट और मदारी आर्ट्स के बैनर तले निर्मित इस फ़िल्म के लेखक निर्देशक गोविंद मिश्रा हैं। पिछले दिनों मुम्बई के एलएम स्टूडियो में इस फ़िल्म का एक गीत सिंगर अमि मिश्रा की आवाज़ में रिकार्ड किया गया। आपको बता दें कि अमि मिश्रा वही सिंगर हैं जिन्होंने इमरान हाशमी और विद्या बालन अभिनीत फिल्म ‘हमारी अधूरी कहानी’ का गाना ‘हंसी बन गए हो तुम’ गाया था। उन्होंने श्रद्धा कपूर की फ़िल्म हाफ गर्लफ्रैंड में लॉस्ट विदाउट यू सॉन्ग भी कंपोज़ किया था। फ़िल्म आई ऐम नॉट ब्लाइंड के इस गीत के संगीतकार अंकित शाह और गीतकार गोविंद मिश्रा हैं। फ़िल्म में आनंद कुमार, शिखा इतकान, विनय अम्बास्था, उपासना वैष्णव, अमित घोष, गोपा बनर्जी सान्याल, पारुल मिश्रा और किरण गुप्ता ने अभिनय किया है।
इस फ़िल्म की खासियत यह है कि इसमें कुछ रियल दिव्यांगों ने भी अभिनय किया है। फ़िल्म के निर्देशक ने काफी रिसर्च करने और दिव्यांगों के साथ काफी समय बिताने के बाद इस फ़िल्म की स्क्रिप्ट लिखी है। यह फ़िल्म दिव्यांगों की भावनाओं की कहानी है। समाज ऐसे लोगों को हाशिये पर रखता है, इसलिए इस फ़िल्म के निर्माता निर्देशक का यह उद्देश्य है कि इस फ़िल्म के ज़रिए ऐसे लोंगो को एक प्रेरणा दी जाए और दर्शकों को बताया जाए कि ऐसे लोग भी सबकुछ कर सकते हैं।