देवयानी के खिलाफ अमेरिकी अभियोग खारिज
वाशिंगटन। अमेरिकी संघीय अदालत ने भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागड़े के खिलाफ वीजा धोखाधड़ी का आरोप खारिज कर दिया। देवयानी को न्यूयार्क में गिरफ्तार कर उनके कपड़े की तलाशी ली गई थी जिसको लेकर पिछले वर्ष कूटनीतिक विवाद मच गया था। भारत ने इस कदम का तुरंत ही स्वागत किया है। वाशिंगटन पोस्ट के मुताबिक अमेरिकी जिला न्यायाधीश शिरा स्केइडिंलिन ने बुधवार को व्यवस्था दी कि अमेरिकी सरकार द्वारा किसी भी प्रक्रिया की सुनवाई नहीं हो सकती क्योंकि एक राजनयिक के रूप में देवयानी को प्रतिरक्षा हासिल है और वह अदालत की न्यायसीमा से बाहर हैं। न्यूयार्क में वाणिज्य दूत के रूप में पदस्थ देवयानी को न्यूयार्क संघीय अधिकारियों ने पिछले वर्ष दिसंबर में गिरफ्तार कर कपड़ों की तलाशी ली थी। उनके खिलाफ यह कार्रवाई वीजा में जालसाजी और अपनी नौकरानी संगीता रिचर्ड को वेतन भुगतान में अनियमितता के आरोप में की गई थी।
न्यायाधीश ने फैसला दिया कि भारत सरकार ने उनकी हैसियत पूर्व प्रतिरक्षा हासिल लोगों की दे रखी थी और सच तो यह है कि यह काम 8 जनवरी को ही कर दिया गया था। इसके एक दिन बाद उनके खिलाफ औपचारिक रूप से अभियोग लगाया गया जिसका मतलब यह है कि उनका अभियोजन अमान्य है। आरोपों में अभियोजन पक्ष को चुनौती देते हुए देवयानी ने अपनी अर्जी में कहा था कि गिरफ्तारी के समय उन्हें कूटनीतिक प्रतिरक्षा हासिल थी। न्यूयार्क स्थित संयुक्त राष्ट्र दूतावास में उनकी नियुक्ति 8 जनवरी को की गई थी। अदालत ने हलांकि इस बात की अनुमति दे दी कि यदि अभियोजक चाहे तो देवयानी के खिलाफ फिर से अभियोग चला सकता है।
भारतीय मूल के अमेरिकी अभियोजक प्रीत भारारा के कार्यालय ने अदालत में दायर अपनी दलील में कहा कि देवयानी को अभियोजन से प्रतिरक्षण हासिल नहीं है। भारत ने गुरुवार को इस फैसले का स्वागत किया और उम्मीद की कि इस मामले में ‘अंतर्राष्ट्रीय नियमों और घोषणापत्रों के अनुसार’ प्रगति होगी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने कहा कि सरकार ने 12 मार्च के फैसले को देखा है। उन्होंने कहा ‘‘हम इस फैसले का स्वागत करते हैं जिसमें देवयानी के खिलाफ 9 जनवरी के अभियोग को निरस्त कर दिया और उनकी गिरफ्तारी वारंट को खत्म कर दिया गया है।’’
भारत-अमेरिका राजनीतिक कार्रवाई समिति (यूएसआईएनपीएसी) ने भी देवयानी के खिलाफ आरोप हटाए जाने का स्वागत किया है। जनवरी में अमेरिका छोड़कर भारत लौटीं देवयानी अभी नई दिल्ली में विदेश विभाग में पदस्थ हैं।