केरल के परिवहन मंत्री थॉमस चांडी पर सरकारी जमीन पर मौजूद पूननामदा झील के एक हिस्से पर गैर कानूनी तरीके से कब्जा करने का आरोप लगा है। इससे जुड़ी एक रिपोर्ट राजस्व विभाग द्वारा जारी की गई है जिसपर अब हंगामा हो रहा है। दरअसल, चांडी पर यह आरोप दो महीने पहले लगा था, तब एक शख्स ने केरल हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई थी। अब रिपोर्ट आने पर चांडी ने राजस्व विभाग के खिलाफ याचिका दायर करके कहा है कि मामला कोर्ट में था और ऐसे में रिपोर्ट जारी करना कोर्ट की अवमानना है।
शरद पवार की पार्टी एनसीपी के नेता चांडी केरल विधानसभा के सबसे अमीर विधायक हैं, कुवैत और सऊद में उनके स्कूल भी चलते हैं। वह वाटर वर्ल्ड टूरिज्म कंपनी के डायरेक्टर भी रहे थे। उन्होंने अप्रैल में ए के सैसेन्द्रन के इस्तीफे के बाद परिवहन मंत्री बनाया गया था। सैसेन्द्रन ने टेलीफोन सेक्स स्कैंडल में नाम आने पर इस्तीफा दिया था।
क्या है आरोप? चांडी पर आरोप है कि उन्होंने धान की खेती की जमीन को भरकर अपने रिसॉर्ट तक एक किलोमीटर का रास्ता बनाया है। यह सड़क सात मीटर चौड़ी है जबकि नियमों के मुताबिक धान के खेत पर बनने वाली सड़क की चौड़ाई चार मीटर होनी चाहिए। साथ ही खेत के पानी के बहाव की दिशा बदलने और रिसॉर्ट के गेट के सामने पार्किंग बनाने का भी आरोप है।
अपने ऊपर लगे आरोपों पर चांडी ने कहा कि अगर मैंने एक प्रतिशत भी जमीन पर कब्जा किया होगा तो मैं मंत्री पद छोड़ने के साथ-साथ विधायक के पद से भी हटने को तैयार हूं। चांडी ने कहा कि उन्होंने तो सिर्फ सड़क की मरम्मत की जो आम लोगों के भी काम आएगी।