देश को स्वच्छता का पाठ राजस्थान की ‘चैंपियन कलक्टर’ पढ़ाएंगी
एजेन्सी/अजमेर जिले में सड़क पर गंदगी दिखी तो कलक्टर ने खुद हाथ में झाडू थाम ली । बीकानेर के गांवों में खुले में शौच से मुक्ति का गांधीगिरी फॉर्मूला तत्कालीन कलक्टर ने यह निकाला कि शौच करने वालों के पीछे लोग खड़े हो जाते थे।
ऐसी पहल को अंजाम देने वाली प्रदेश की दो महिला आईएएस अधिकारी अब पूरे देश के नौकरशाहों को स्वच्छता का पाठ पढाएंगी । इनमें से एक बीकानेर की तत्कालीन कलक्टर आरती डोगरा और दूसरी अजमेर कलक्टर आरुषि मलिक हैं। देश को वर्ष 2019 तक खुले में शौच से मुक्त करने की योजना तैयार करने के लिए देश भर के सम्बन्धित नौकरशाह आठ अप्रेल से उदयपुर में जुटेंगे ।
राष्ट्रीय स्तर की दो दिवसीय कार्यशाला में प्रदेश की दोनों महिला आईएएस अधिकारी ‘चैंपियन कलक्टर’ के तौर पर अपने अनुभव बांटेंगी। इसी दौरान सभी राज्य स्वच्छ भारत अभियान के तहत अपनी भावी योजना भी केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय के सचिव परमेश्वरन अईय्यर के समक्ष प्रस्तुत करेंगे।
ऐसे थे अनूठे प्रयोग
खुले में शौच करने वालों के पीछे खड़े होकर यह कहना कि आप खड़े होंगे तो हम मिट्टी डालेंगे
सुबह स्कूली बच्चे गांव में जुलूस निकाल कर खुले में शौच से मुक्ति का नारा लगाते
महिला जनप्रतिनिधियों की अगुवाई में महिलाओं की घर में शौचालय निर्माण की मुहिम
खुले में शौच करने वालों के पूरे गांव में दीवारों पर नाम लिखना
…और ये रहे परिणाम
बीकानेर
कुल ग्राम पंचायत- 290
खुले में शौच मुक्त घोषित- 284
सत्यापित- 284
अजमेर
कुल ग्राम पंचायत- 282
खुले में शौच मुक्त घोषित- 206
सत्यापित-8