धार्मिक विचारों की गलत व्याख्या से बढ़ रही हिंसा : राजनाथ
वे शुक्रवार को यहां सीएमएस कानपुर रोड के सभागार में विभिन्न देशों के पूर्व व वर्तमान राष्ट्राध्यक्षों व 61 देशों के मुख्य न्यायाधीशों, न्यायाधीशों व कानूनविदों के सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
गृहमंत्री ने सीमा पार आतंकवाद व वैश्विक आतंकवाद के अलावा धार्मिक विचारों की गलत व्याख्या से सामने आ रही समस्या पर चिंता जताई।
दादरी हत्याकांड के बीच देश का माहौल जिस तरह विषाक्त बनाने की कोशिश की गई, राजनाथ का बयान उस लिहाज से अहम माना जा रहा है।
गृहमंत्री ने कहा कि भारत पूरी दुनिया को एक परिवार मानता आया है। हमारे देश के संविधान निर्माताओं ने इस बात का पूर्वानुमान कर लिया था कि अंतरराष्ट्रीय साझेदारी भविष्य की अनिवार्य जरूरत होगी। मौजूदा सरकार संविधान की इस मंशा पर फोकस करके काम कर रही है।
कार्यक्रम के बाद एक सवाल पर उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता को लेकर सरकार गंभीरता से काम कर रही है। इस सेमिनार में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के दौरान जो सुझाव आएंगे, सरकार उस पर भी गौर करेगी।