धोखा दे रहे एजेंट, कंफर्म टिकट देने के बाद कर देते हैं कैंसिल
भोपाल। मुंबई-फिरोजपुर पंजाब मेल में 19 सितंबर को बी 2 कोच में सवार युवती के उस समय होश उड़ गए जब टीटीई ने कहा कि आपका टिकट कैंसिल है। चार्ट में नाम नहीं है। दरअसल, युवती ने मुंबई में एक एजेंट से टिकट कराया था। एजेंट ने उसे कंफर्म टिकट दिया था, लेकिन चार्ट बनने के पहले एजेंट ने टिकट कैंसिल कर लिया, ताकि रिफंड की राशि उसके खाते में आ जाए।
ई-टिकट कैंसिल होने की स्थिति में टीटीई ने युवती को बिना टिकट (डब्ल्यूटी) करार दे दिया। युवती ने अपने किसी परिचित से अगले स्टेशन पर जनरल टिकट मंगाया। बाद में टीटीई ने एसी 3 का चार्ज लेकर टिकट बनाया। यह किसी एक यात्री की समस्या नहीं है। भोपाल रेल मंडल में हर महीने इस तरह की 4-5 शिकायतें आ रही हैं। भोपाल मंडल के एक टीटीई ने कहा कि एजेंट पहले तो यात्री को कंफर्म टिकट दे देते हैं।
चार्ट बनने के पहले टिकट कैंसिल कर लेते हैं, जिससे रिफंड राशि उनके खाते में आ जाती है। त्योहारी सीजन व छुट्टियों के दौरान बड़े स्टेशनों से चलने वाली ट्रेनों में इस तरह की शिकायतें ज्यादा आती हैं। उन्होंने बताया कि एजेंट चार्ट बनने के कुछ देर पहले टिकट कैंसिल करते हैं, ताकि यात्री स्टेटस चैक करे तो कोई दिक्कत न हो। हालांकि, अब चार्ट चार घंटे पहले बन जाता है। चार्ट बनने के बाद टिकट कैंसिल कराने पर रिफंड नहीं मिलता, इसलिए ट्रेन रवाना होने के 4 से 5 घंटे पहले टिकट रद्द करते हैं। कुछ साल पहले तक चार्ट बनने के बाद वे टिकट कैंसिल करते थे। टीटीई को भी यह पता नहीं होता था कि यह टिकट कैंसिल है। ऐसे में 50 फीसदी रिफंड एजेंट के अकाउंट में चला जाता था।
यात्री को इस तरह की होती है परेशानी
हबीबगंज में चीफ टिकट इंस्पेक्टर (सीटीआई) कुलदीप शर्मा ने बताया कि तीन-चार साल पहले तक इस तरह के केस ज्यादा आ रहे थे। लेकिन अब लोगों में जागरुकता आई है। फिर भी एक-दो महीने में एक केस मिल जाता है। उन्होंने बताया कि ई-टिकट कैंसिल होने पर यात्री डब्ल्यूटी हो जाता है। ऐसे में उसे सीट देना संभव नहीं होता। हां, ट्रेन में बर्थ खाली है तो डिफरेंस और रिजर्वेश चार्ज के साथ 250 रुपए अतिरिक्त लेकर बर्थ दे दी जाती है। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में यात्री को एजेंट के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराना चाहिए।
यह करें यात्री
– ट्रेन चलने के पहले यात्री 139, रेलवे स्टेशन में लगे इंक्वायरी टर्मिनल या अपने मोबाइल से चैक करें के टिकट कैंसिल तो नहीं है।
– टिकट बनवाते समय एजेंट को अपना मोबाइल नंबर दें। इस नंबर पर मैसेज आने के बाद ही टिकट को कंफर्म मानें।
– टिकट कैंसिल होने पर एजेंट के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराना चाहिए।
-ई-टिकट आईआरसीटीसी से अधिकृत एजेंट से बनवाएं। एजेंट की धोखाधड़ी की शिकायत आईआरसीटीसी, 139 में करें।
-भोपाल मंडल के यात्री कामर्शियल कंट्रोल के नंबर 9752416996 पर शिकायत कर सकते हैं।