नोएडा की लड़की को मिला पहला ‘फ्रीडम 251’ मोबाइल
नोएडा
रिंगिंग बैल्स ने अपना वादा निभाते हुए 8 जुलार्इ को पहला “फ्रीडम 251” डिलीवर कर दिया है। एक इलेक्ट्रॉनिक कंपनी में काम करने वाली नोएडा की अंकिता को यह फोन दिया गया है। इससे एक बात तो तय है कि रिंगिंग बैल्स कोर्इ फ्राॅड कंपनी नहीं है आैर अपना वादा निभाना जानती है।
अब देखना यह है कि क्या कंपनी बाकी के 1.99 लाख फोन डिलीवर कर सकेगी? कंपनी के एमडी मोहित गोयल के मुताबिक रिंगिंग बैल्स को 251 रुपए वाले फोन पर कंपनी 270 रुपए का घाटा खा रही है, असल में फोन की लागत 1165 रुपए है।
बाकी के पैसे कंपनी एप कंपनियों आैर विज्ञापनों से कमाने की सोच रही थी लेकिन दुष्प्रचार की वजह से ये सब अब कंपनी को छोड़ चुके हैं इसलिए सवाल यह उठता है कि कंपनी प्रत्येक फोन पर होने वाला अपना घाटा कैसे पूरा करेगी। गोयल ने अपने इस घाटे को पूरा करने के लिए एक नर्इ तिकड़म लगार्इ है।
उन्होंने 10 हजार में एलइडी टीवी अनाउंस कर दिया है जबकि बाजार में दूसरी कंपनियां एेसा माॅडल 14 हजार रुपए में बेच रही हैं। उनका कहना है कि उनको इस टीवी पर 10-15 प्रतिशत का मुनाफा हो रहा है। सबसे खतरनाक बात यह है कि यह एक पोंजी स्कीम दिखार्इ देती है जिसमें एक प्रोडक्ट के मुनाफे से दूसरे प्रोडक्ट का घाटा पूरा करने की बात है। एेसी स्कीमों के रिकाॅर्ड ज्यादा अच्छे नहीं रहे हैं आैर इनको चलाने वाली कंपनियों का आज कोर्इ अता-पता नहीं है। इसके अलावा गोयल ने अपना घाटा पूरा करने के लिए हाल ही में 699 रुपए से लेकर 4499 रुपए के बीच के स्मार्टफोन भी लाॅन्च कर दिए हैं।
उन्होंने बताया कि वे अन्य ब्रांड के साथ टार्इअप की बात भी कर रहे हैं। विशषज्ञ रिंगिंग बैल्स को एक फूलता हुअा गुब्बारा मानते हैं जो कभी भी फूट सकता है। उनका कहना है कि चाहे कुछ भी हो लेकिन कोर्इ भी फोन किसी भी हालत में घाटे में नहीं बेचा जाना चाहिए। हो सकता है कि वाह-वाही लूटने के लिए कंपनी कुछ हजार फोन सप्लार्इ कर भी दे लेकिन इतना घाटा खाकर 2 लाख फोन सप्लार्इ करना कंपनी के लिए असंभव होगा। गौरतलब रहे कि फरवरी में लाॅन्च हुए फ्रीडम 251 को 7.5 करोड़ लोगों ने रजिस्टर किया था। कंपनी ने बताया है कि उसने 2 लाख फोन सप्लार्इ करने का वादा किया था। पहली खेप 5 हजार फोन की होनी थी जिसमें से 2200 फोन अब भेजे जा चुके हैं। बाकी बचे 2800 पफोन भी जल्दी ही भेज दिए जाएंगे।
बताते चलें कि कंपनी का यह फोन हरिद्वार में सच्चिदानंद एंटरप्राइज नामक फर्म असेंबल कर रही है जिसने कंपनी में 10 करोड़ रुपए का निवेश है। इस तरह कंपनी में छोटे-बड़े कर्इ डिस्ट्रीब्यूटरों का निवेश मिलाकर कुल निवेश 80 करोड़ रुपए बैठता है। गोयल ने तो कंपनी में निवेश करने के लिए अपना घर आैर अन्य प्रोपर्टी भी गिरवी रखे हैं। हाल ही में कंपनी ने डिजिटल इंडिया के तहत मोदी सरकार से 50 हजार करोड़ रुपए की मदद की गुहार भी लगार्इ है।