मुंबई। नोटबंदी के बाद लगातार लोग लंबी कतारों में लगकर बैंकों में पैसा जमा करा रहे हैं। बैंकों के पास इतना अधिक पैसा जमा हो गया है कि इसका आपकी सेविंग पर बुरा असर दिखना भी शुरू हो गया है।
भारतीय स्टेट बैंक ने एक साल से तीन साल तक के लिए जमा की जाने वाली बड़ी धनराशि पर ब्याज दरों में 15 बेसिस प्वाइंट तक की कटौती कर दी है। 2009 के बाद यह पहली बार है कि एक साल के डिपॉजिट पर 7 फीसदी से भी कम का ब्याज मिल रहा है।
बैंक द्वारा एक साल के लिए जमा धनराशि पर दिया जाने वाला ब्याज 6.9 फीसदी कर दिया है, जो एचडीएफसी बैंक द्वारा दिए जाने वाले 7 फीसदी ब्याज से भी कम है।
आपको बता दें कि भारतीय स्टेट बैंक ने महीने भर में दूसरी बार यह कटौती की है। इससे पहले 24 अक्टूबर से भारतीय स्टेट बैंक ने एक साल के लिए जमा की जाने वाली धनराशि पर दिए जाने वाले ब्याज में 10 बेसिस प्वाइंट की कटौती की थी।
इन डिपॉजिट पर भी घटाई ब्याज
भारतीय स्टैट बैंक ने 465 दिन से लेकर दो साल से कम तक के लिए जमा धनराशि पर मिलने वाले ब्याज में भी 15 बेसिस प्वाइंट की कटौती कर दी है। अब नई ब्याज दर 6.95 फीसदी हो गई है।
वहीं अगर आप दो साल से लेकर तीन साल से कम के लिए पैसे जमा करना चाहते हैं तो भी आपको कम ब्याज मिलेगा। इस सीमा के लिए एसबीआई ने 6.85 प्रतिशत की ब्याज दर तय की है।
लोन लेने वालों को होगा फायदा
भारतीय स्टेट बैंक की चैयरमैन अरुंधति भट्टाचार्य ने कहा है कि मोदी सरकार द्वारा नोटबंदी के फैसले के बाद से अब तक भारतीय स्टेट बैंक में करीब 3.25 लाख करोड़ रुपए जमा हो चुके हैं।
ऐसे में आज नहीं तो कल बैंकों द्वारा ब्याज दरों में कटौती की ही जाएगी, ताकि भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा ब्याज दरों में की गई कटौती का फायदा आम जनता तक पहुंचाया जा सके।
आपको बता दें कि भले ही ब्याज दरों में कटौती से सस्ते लोन मिलेंगे, लेकिन वहीं दूसरी ओर अगर आप फिक्स डिपॉजिट करके पैसा कमाना चाहते हैं तो आपके लिए नोटबंदी बुरी खबर देने वाला फैसला साबित हुआ है।