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‘नौकरी से खुश थी संगीता रिचर्ड’

sangitaनई दिल्ली (एजेंसी)। न्यूयार्क में भारतीय उप महावाणिज्य दूत देवयानी खोबरागड़े की घरेलू सहायिका संगीता रिचर्ड अपनी नौकरी से काफी खुश थी और उसे अच्छा भुगतान किया जा रहा था। यह बात संगीता की बेटी ने कही। संगीता (42) की 2० वर्षीय इकलौती बेटी जेनिफर ने दक्षिणी दिल्ली के सुल्तानपुर इलाके में घर के नजदीक ही रहने वाली अपनी कालेज सहपाठी से यह बात कुछ महीने पहले कही थी। जेनिफर की सहपाठी शालिनी ने आईएएनएस से कहा  ‘‘जेनिफर ने मुझसे कहा था कि उसकी मां अपनी नौकरी से खुश है। वहां उसके साथ नौकरानी जैसा व्यवहार नहीं किया जाता था। उसे अच्छा वेतन मिल रहा है।’’ जेनिफर का यह बयान उसकी मां संगीता द्वारा अमेरिकी अधिकारियों के समक्ष दिए गए बयान के बिल्कुल उलट है। संगीता ने कहा था कि उसे कम पैसे मिल रहे हैं और उससे काफी काम लिया जाता है। उल्लेखनीय है कि 39 वर्षीया उप महावाणिज्यदूत देवयानी को वीजा फर्जीवाड़ा और अपनी नौकरानी को कम तनख्वाह देने का आरोप लगाते हुए पिछले हफ्ते न्यूयॉर्क में गिरफ्तार कर लिया गया था और उनकी गहन तलाशी ली गई तथा डीएनए जांच के लिए नमूना देने को विवश किया गया। साथ ही 25० ००० डॉलर के मुचलके पर रिहाई से पहले जेल में उन्हें अपराधियों के बीच रखा गया। शालिनी ने कहा कि जेनिफर और उसका भाई जतिन रिचर्ड (18) अपनी मां से सप्ताहांत में बात किया करते थे। शालिनी ने आईएएनएस से कहा  ‘‘मैं और जेनिफर ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में साथ ही मतदान किया था  लेकिन जेनिफर ने मुझसे इस बात का खुलासा नहीं किया कि वह भाई के साथ दिल्ली से जाने वाली है। जेनिफर अपने भाई और पिता फिलिप रिचर्ड के साथ अचानक कहीं चली गई। मुझे नहीं पता वे कहां गए।’’ शालिनी के बयान से यह स्पष्ट होता है कि दिल्ली में मामला दर्ज होने के बावजूद रिचर्ड परिवार जल्दबाजी में अमेरिका गए। इन दिनों वे न्यूयार्क में हैं। सुल्तानपुर कालोनी के जिस अपार्टमेंट की तीसरी मंजिल फ्लैट में रिचर्ड परिवार रहता था उस पर अब ताला लटका है। इसी अपार्टमेंट की चौथी मंजिल पर रहने वाले धीरज भारद्वाज ने आईएएनएस से कहा  ‘‘संगीता एक साल पहले अमेरिका चली गई थी और उसका पति यहां दो बच्चों के साथ रहता था।’’ भारद्वाज ने कहा  ‘‘हम संगीता के परिवार के करीबी नहीं थे। हमें बस इतना पता था कि वह किसी दूतावास में घरेलू सहायिका का काम कर रही है। उसका पति यहां मोजाम्बिक दूतावास में चालक था  लेकिन करीब एक साल पहले उसे बर्खास्त कर दिया गया था।’’

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