पहला मैच 21 को ब्रिस्बेन में, टीम इंडिया को इन 5 से रहना होगा बचकर
मेलबर्न : टीम इंडिया आस्ट्रेलिया पहुंच चुकी है, जहां कंगारू टीम के साथ तीन टी-20, तीन टेस्ट व दो एकदिवसीय मैच खेलेगी। वहीँ भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली को एक बेहतरीन कप्तान के साथ आक्रामक खिलाड़ी के रूप में भी जाना जाता है और इस आक्रामकता को उन्होंने जीत का जुनून करार दिया है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बुधवार से शुरू हो रही टी-20 सीरीज से पहले आज कोहली ने अपनी आक्रामकता के बारे में पूछे जाने पर यह बयान दिया। कोहली ने कहा, हर किसी के लिए आक्रामकता के अलग मायने और परिभाषा है। मेरे लिए आक्रामकता का मतलब जीत का जुनून है। मैं हर हाल में जीत हासिल करना चाहता हूं। एक आक्रामकता का मतलब यह भी हो सकता है कि आप किसी स्थिति को लेकर कितने जुनूनी हैं और अपनी टीम के लिए 110 प्रतिशत देना मेरा जुनून है। टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच टी-20 सीरीज का पहला मैच 21 नवंबर यानी बुधवार को ब्रिस्बेन में खेला जाएगा। भारतीय टीम बेजोड़ फॉर्म में है, बावजूद इसके ऑस्ट्रेलिया को कमतर नहीं आंका जा सकता है। उसके पास कई ऐसे खिलाड़ी हैं, जो अपने बल पर जीत दिलाने में सक्षम हैं।ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ऑरोन फिंच उन चुनिंदा खिलाड़ियों में शामिल हैं, जिसने इंटरनेशनल टी-20 क्रिकेट में दो शतक लगाए हैं। फिंच का हालिया फॉर्म उतना खास नहीं रहा है। पिछले 5 इंटरनेशनल टी-20 में उन्होंने कुल सिर्फ 12 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका सर्वोच्च प्रदर्शन सिर्फ 7 रन रहा है। लेकिन फिंच जैसे तूफानी बल्लेबाज के लिए फॉर्म बहुत मायने नहीं रखती। वह किसी भी गेंदबजी आक्रमण की धज्जियां उड़ाने में सक्षम हैं। विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम उनका विकेट जल्दी निकालना चाहेगी।
डार्सी शॉर्ट तूफानी ओपनर हैं। इंटरनेशनल लेवल पर सिर्फ 15 टी-20 खेले हैं और 4 अर्धशतक लगाए हैं। सही मायने में देखा जाए तो यह उनके कद को परिभाषित नहीं करता है। उन्हें लीग क्रिकेट में टी-20 का मास्टर बल्लेबाज माना जाता है। प्रोफेशनल टी-20 में वह एक शतक और 10 अर्धशतक लगा चुके हैं। टीम के लिए गेंद से भी योगदान देते हैं। मैक्सी को भला कौन नहीं जानता! यह खिलाड़ी गेंद और बल्ले से तो योगदान करता ही है, फील्डिंग से भी टीम की जीत में अहम भूमिका निभाता है। लंबे-लंबे शॉट खेलने में माहिर मैक्सवेल के पास आईपीएल का अनुभव है और वह लगभग हर भारतीय के साथ खेल चुके हैं। उनके तरकश में कई तरह के शॉट हैं, जो उन्हें टी-20 स्पेशलिस्ट बनाते हैं। इंटरनेशनल टी-20 में दो शतक भी लगा चुके हैं। विराट कोहली कतई नहीं चाहेंगे कि मैक्सी मैदान पर अधिक समय तक टिकें। गेंदबाजी की बात करें तो उनकी ऑफ ब्रेक गेंदों से भारतीय बल्लेबाजों को बचना होगा। 6.2 फीट लंबे कद के एंड्रयू टाई भारतीय बल्लेबाजों के लिए मुसीबत बन सकते हैं। एक दिन पहले ही रोहित शर्मा का इस पर बयान भी आया था कि लंबा कद होने की वजह से ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को फायदा मिलेगा, लेकिन हमने तैयारी की है। टाई स्लॉग ओवर्स के चैंपियन बोलर हैं और आईपीएल में हैट्रिक (गुजरात लायंस के लिए) भी ले चुके हैं। भारतीय बल्लेबाजों की खामियां जानते हैं। 26 वर्षीय एडम जाम्पा के कद का आप इसी बात से अंदाजा लगा सकते हैं कि उनकी तुलना करिश्माई बोलर शेन वॉर्न से होती थी। लेगब्रेक गेंदबाजी करने वाले जाम्पा की सबसे बड़ी खूबी है रन गति को रोककर बल्लेबाज को खतरा लेने के लिए मजबूर करना। आईपीएल में भी धमाल मचा चुके हैं। इंटरनेशनल लेवल पर 17 टी-20 में 19 विकेट लेने वाले जाम्पा का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 16 रन देकर 3 विकेट है। विराट कोहली ने कहा, वैसे आक्रामकता मैदान पर प्रतिस्पर्धी टीम के खिलाफ स्थिति पर निर्भर करती है। अगर वह आक्रामकता दिखाएगी, तो हम भी इसका जवाब उसी प्रकार देंगे। हम वह टीम नहीं हैं, जो खुद से कुछ शुरू करती हो। हमने अपने सम्मान की एक रेखा तय की है और अगर कोई उसे लांघने की कोशिश करेगा, तो हम उसके खिलाफ खड़े होंगे। साथ ही उन्होंने माना कि कमजोर ऑस्ट्रेलियाई टीम भी वर्ल्ड क्लास की है।