पहले यूनियन अड्रेस में अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने दोहराया ‘अमेरिका फर्स्ट’
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने मंगलवार को अपने पहले ‘स्टेट ऑफ द यूनियन अड्रेस’ में अपनी सरकार की आर्थिक उपलब्धियां गिनाते हुए एक बार फिर अमेरिका फर्स्ट की बात की। ट्रंप ने एक मौके पर गौरवशाली अमेरिका के लिए विपक्षी ड्रेमोक्रैट्स सांसदों से एकजुट रहने की अपील की। भारतीय समयानुसार बुधवार को इस मौके पर मौजूद रहने वाले मेहमानों में दिवंगत भारतीय इंजिनियर श्रीनिवास कुचिभोटला की पत्नी सुनैना दुमाला भी शामिल थीं। जहां, ट्रंप ने अपने संबोधन में चीन और रूस को भी अपनी अर्थव्यवस्था, हितों और मूल्यों के लिए चुनौती बताया। वहीं, ट्रंप का भाषण भारत के लिए गुड न्यूज भी लाया। ट्रंप ने अपने भाषण में इस बात पर जोर दिया कि अब मेरिट पर आधारित आव्रजन प्रणाली की दिशा में बढ़ने का समय आ गया है।
प्रवासियों को लेकर राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने कहा कि अब लॉटरी सिस्टम से वीजा मिलने की प्रक्रिया को बंद किया जाएगा। यह एक ऐसा प्रोग्राम था जिसके जरिए अकुशल लोगों को भी ग्रीन कार्ड मिल जाता है। इसकी बजाय मेरिट के आधार पर ग्रीन कार्ड दिया जाएगा, जो भारत के कुशल कर्मियों के लिए खुशखबरी से कम नहीं है। राष्ट्रपति ने कहा कि चेन माइग्रेशन को रोककर अमेरिका में मौजूद एकल परिवारों की रक्षा की जाती है। मौजूदा व्यवस्था के तहत एक अकेला प्रवासी भी अपने असंख्य रिश्तेदारों को साथ रख सकता है लेकिन अब यह नियम बदलेगा और कोई भी अपने पति/पत्नी और बच्चों को साथ लाने तक सीमित रहेगा।
राष्ट्रपति ने कहा कि हाल ही में न्यू यॉर्क में हुए दो आतंकी हमले वीजा लॉटरी और चेन माइग्रेशन के जरिए ही संभव हो सके। आतंकवाद के युग में, इस तरह की व्यवस्थाएं जोखिम पैदा करती हैं, जिन्हें हम नहीं उठा सकते।
ISIS का करेंगे खात्मा
राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने कहा, ‘मैंने हमारे सहयोगियों से वादा किया था कि धरती से ISIS का खात्मा करेंगे। 1 साल बाद, मुझे यह बताने में गर्व महसूस हो रहा है कि गठबंधन सेना ने इराक और सीरिया में इन हत्यारों के कब्जे से 10% क्षेत्र हाल ही में मुक्त करा लिया है। बीते समय में हमने बेवकूफी करते हुए सैकड़ों खतरनाक आतंकियों को रिहा कर दिया, जिसमें ISIS का सरगना अल-बगदादी भी शामिल था।’
उत्तर कोरिया के मिसाइल प्रोग्राम का जिक्र करते हुए ट्रंप ने कहा कि किसी भी सत्ता ने अपने ही लोगों का उतनी क्रूरता से शोषण नही किया जितना नॉर्थ कोरिया ने किया। नॉर्थ कोरिया की मिसाइल अमेरिका को भी डरा सकती है। ट्रंप ने कहा, ‘हम एक ऐसा कैंपेन चला रहे हैं ताकि उस पर दबाव बन सके और हम ऐसा होने से रोक सकें।’