पीएम मोदी सितम्बर में कर सकते है अजमेर का दौरा
![](https://dastaktimes.org/wp-content/uploads/2017/08/ajamer-sharif.jpg)
प्रधानमंत्री के 29 अगस्त को राजस्थान में उदयपुर दौरे के बाद अगले माह अजमेर दौरे पर आने की संभावनाए बढ गई है। पुख्ता सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे की संभावना को देखते हुए अभी से उच्च स्तरीय तैयारियां शुरू करा दी गई है। राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनएसए) तथा इमरजेंसी रेस्पोंस टीम (ईआरटी) सुरक्षा कारणों को लेकर गत शुक्रवार को अजमेर एवं पुष्कर का गोपनीय दौरा कर चुकी है। सूत्रों के अनुसार एनएसए के मेजर कुलकर्णी तथा ईआरटी कमांडेंट सर्वेश मिश्रा दलबल एवं कमांडो ग्रुप के साथ अजमेर व पुष्कर का दौरा कर चुके है। सुरक्षा बलों ने यहां सुरक्षा कारणों को जांचा, परखा तथा दरगाह परिसर व दरगाह क्षेत्र का निरीक्षण कर आसपास के भवनों का नक्शा भी तैयार किया। सूत्रों के अनुसार आने वाले दिनों में सुरक्षा एजेंसियों का सुरक्षा ऑपरेशन अभ्यास भी संभव है।
सूत्रों के अनुसार उनके अजमेर आने के पीछे चार कारण गिनाए जा रहे है। सर्वप्रमुख तो उनके हाथों जिले के किशनगढ़ एयरपोर्ट का उद्घाटन कराया जाना है। दूसरे वह अजमेर दरगाह शरीफ से कश्मीर के साथ साथ पूरे देश को सूफी संदेश देने के उद्देश्य से दरगाह के धर्मगुरुओं का न्यौता स्वीकार कर चुके है। तीसरे जब वे दरगाह शरीफ जियारत के लिए अजमेर आएंगे तो स्वाभाविक रूप से विश्व प्रसिद्ध जगत पिता ब्रह्मा के दर्शन व पुष्कर सरोवर की पूजा अर्चना कर अपने हिंदुत्व का दायित्व भी निभाएंगे। इसमें चौथी बात जो जुडऩे की संभावना बताई जा रही है वह यह है कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे चाहती है कि प्रधानमंत्री के हाथों ही ब्रह्मा मंदिर के विकास प्रोजेक्ट का भी शुभारंभ करा लिया जाए। इन सभी बड़े कामों के साथ प्रधानमंत्री के सितंबर माह में पुन: राजस्थान दौरे की संभावना बढ़ गई है।
इन धार्मिक एवं विकास कार्यों के बीच राजनीति के जानकार अजमेर लोकसभा उपचुनाव के मद्देनजर भी श्री मोदी की अजमेर में जनसभा कराने की संभावनाएं भी टटोल रहे है। दूसरी ओर पुष्कर ब्रह्मा मंदिर अस्थाई कमेटी के अध्यक्ष एवं कलेक्टर गौरव गोयल भी पुष्कर प्रोजेक्ट को लेकर सक्रिय हो चले है। उन्होंने भी प्रथम चरण के 24 करोड़ के प्रोजेक्ट कार्यों पर अधिकारियों के साथ मंथन किया। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री के 29 अगस्त के उदयपुर के बाद ही अजमेर दौरा तय कराया जाएगा। इसके पीछे एक बड़ा तर्क यह भी सामने आ रहा है कि अजमेर लोकसभा उपचुनाव के दिसंबर माह में होने की संभावना को देखते हुए आचार संहिता लगने से पहले ही सितंबर माह में प्रधानमंत्री का अजमेर दौरा करा लिया जाए।