पटना। विजयदशमी के मौके पर गांधी मैदान में शुक्रवार देर शाम पुतला दहन के बाद मची भगदड़ में 40 लोगों के मरने और सौ से ज्यादा लोगों के घायल हो गए। मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है। मृतकों और घायलों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं। घायलों को पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे के बाद नाराज लोगों ने घटनास्थल पर और पीएमसीएच के बाहर हंगामा किया। गृह मंत्रालय ने हादसे पर रिपोर्ट तलब की है। पांच लाख से ज्यादा की भीड़ से खचाखच भरे गांधी मैदान में 60 फीट ऊंचा रावण का पुतला बनाया गया था। पुतला दहन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने भी शिरकत की थी। बताया गया है कि रावण, कुंभकर्ण व मेघनाद के पुतलों में आग लगने के बाद जैसे ही लोग मैदान से बाहर जाने लगे, तभी भगदड़ मची। भगदड़ के बाद घटनास्थल पर अफरातफरी और हंगामे का माहौल बन गया। दूर तक लोगों के चप्पल-जूते बिखरे पड़े थे। मैदान के अंतर्गत रामगुलाम चौक के नजदीक मची भगदड़ में अंधेरा होने के कारण लोग चपेट में आते चले गए। बताते हैं कि भगदड़ बिजली का तार टूटने की अफवाह फैलने के बाद मची। सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों ने स्थिति पर काबू पाने की कोशिश की लेकिन वे असफल रहे। घटना के बाद बचाव के उपाय न होने से लोगों में काफी आक्रोश था। वे हंगामे पर उतारू हो गए। मुख्यमंत्री ने घटना की जांच का आदेश दिया है। गृह सचिव और एडीजी घटना की जांच करेंगे।