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‘पुलिस को हर हाल में लागू करनी होगी शराबबंदी, चाहें तो छोड़ दें नौकरी’

पटना। शराबबंदी को लेकर लापरवाह पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई और इससे उपजे विवाद के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुलिस अधिकारियों को लेकर बेहद कड़ा बयान दिया है। पटना में नीतीश ने कहा है कि जो थानेदार पद छोड़ना चाहते हैं वे बेशक ऐसा कर सकते हैं।nitish_kumar_13_08_2016

वे चाहें तो नौकरी भी छोड़ सकते हैं, लेकिन इस मुद्दे पर किसी तरह की ढिलाई का सवाल नहीं है। नीतीश का यह बयान आंदोलनकारी पुलिस अधिकारियों के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।

सख्त कानून और शराबबंदी में लापरवाही को लेकर दर्जन भर पुलिस अफसरों को निलंबित किया जा चुका है। इसके बाद एक ओर जहां कई जिलों में पुलिस पदाधिकारी बैठक कर निलंबन वापस लेने की मांग कर रहे हैं।

वहीं, मुख्‍यमंत्री के इस बयान के बाद स्पष्ट हो गया है कि सरकार उनकी मांग पर विचार नहीं करेगी। पिछले दिनों वित्तमंत्री ने भी पुलिस अधिकारियों को कड़ा संदेश दिया था।

जहरीली शराब से तीन मरे, 10 बीमार

उधर, लौरिया में जहरीली शराब पीने से तीन लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि लौरिया-नरकटियागंज मुख्य पथ पर लौरिया थाना क्षेत्र की गोबरौरा पंचायत अंतर्गत मटियरिया पुल के समीप रिफ्यूजी टोला धांगड़टोली में जहरीली शराब पीने से तीन लोगों की मौत हो गई है।

जबकि, घटना में करीब दस बीमार लोगों का इलाज चल रहा है। इसमें दो की स्थिति गंभीर बनी हुई है। मृतकों में प्रभु धांगड़ (50), लक्ष्मण धांगड़ (35) तथा सुभाष धांगड़ (45) शामिल हैं। जबकि, बीमार लोगों में रामेश्वर धांगड़, मुन्नीलाल धांगड़ , मंजू धांगड़, अशर्फी धांगड़, श्रीपती देवी, शुक्ला देवी, उषा देवी, भीम कुमार का इलाज स्थानीय पीएचसी में हो रहा है।

वहीं, हीरालाल धांगड़ व अन्य का इलाज कराने उसके परिजन कहीं अन्यत्र ले गए है। घटना की सूचना पर गांव में प्रशासन मेडिकल टीम के साथ कैंप किए हुए है। घटना को लेकर गांव में मातम छाया हुआ है। प्रशासनिक अधिकारी शराब पीने की बात स्वीकार करने से कन्नी काट रहे हैं।

प्रशासन के अनुसार विषाक्त भोजन करने से गांव में ऐसी स्थिति हुई है। हालांकि, मृतक व बीमार लोगों के परिजनों ने उनके शराब पीने की बात स्वीकार की है। प्रशासन मामले में लीपापोती के प्रयास में जुट गया है। ग्रामीणों ने शुक्रवार की रात्रि में ही आनन-फानन में मृतकों की अंत्येष्टि कर दी है।

बीमार लोगों ने पूछे जाने पर जो बताया है, उससे उनके शराब पीने के लक्षण उजागर हुए हैं। इलाज कर रहे चिकित्सकों की मानें तो बीमार लोग पल-पल अपना बयान बदल रहे हैं।

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