लखनऊ। गुरूवार से प्रारम्भ हो रही दुर्गा पूजा उत्सव और रामलीलां में आतंकी संगठनों की धमकी को देखते हुए पुलिस ने इस बार संदिग्ध गतिविधियों पर निगरानी रखने के लिए पहली बार ड्रोन कैमरों का प्रयोग करने का निर्णय लिया है। पिछले दिनों मेरठ में छेड़छाड़ को लेकर दो समुदायों के बीच हिंसक झड़पो के बाद पुलिस ने ड्रोन कैमरे से दंगाइयों पर कड़ी निगरानी रखी थी और दंगाइयों पर नियंत्रण किया था। पिछले दिनों केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने राज्य सरकार को आगाह किया हुआ है कि राज्य में आतंकी संगठनों ने आतंकी घटनाओं की धमकी दी हैं। आतंकी संगठन दुर्गा पूजा पंडालों और राम लीलाओ के दौरान हिंसात्मक घटनाओ को अंजाम दे सकते हैं। इसके बाद प्रदेश पुलिस सतर्क हो गई है। पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के इंतजाम कड़े कर दिये हैं। दुर्गा पूजा के लिए लगने वाले पंडालों की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएगें । संवेदनशील स्थानों और दुर्गा पूजां पंडालों और राम लीला की निगरानी ड्रोन से की जाएगी । यह पहला मौका है जब पूजा पंडालों की निगरानी ड्रोन कैमरे से रखी जाएगी। सरकार ने सभी पूजा पंडालों को भी प्रशासन ने सीएफओ की गाइड लाइन जारी की है। पुलिस विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि इस बार सभी पंडालों में सीसीटीवी लगाने के लिए प्रशासन ने आयोजकों से कहा है। इससे हर पंडाल की प्रत्येक गतिविधि की निगरानी की जा सके। साथ ही शहर में पुलिस को अलर्ट कर दिया है, जिससे लोग दुर्गा पुजा का आनंद उठा सके। पंडालों की सुरक्षा के लिए पुलिस ने आयोजकों को निर्देश दिया है की वे मुख्य अग्नि शमन अधिकारी और आईएसओ के दिशा निर्देशों का पालन करे। जिला मुख्य अग्नि शमन अधिकारी हरवीर सिंह मलिक ने बताया कि ज्यादातर हादसे शार्ट सर्किट की वजह से होते हैं। ऐसे में इस बार मान्यता प्राप्त संस्थान से सुरक्षित वायरिंग का प्रमाणपत्र लेना होगा, जिससे शार्ट सर्किट की संभावना को कम किया जा सके।