पूर्व भारतीय खिलाड़ी ने कहा, गंभीर का कप्तानी छोड़ना नहीं है दिल्ली की समस्या का हल
अभी तक यह सबसे रोमांचक आइपीएल साबित हो रहा है। कई मुकाबले इसमें आखिरी ओवर तक गए। इसमें हमें कई व्यक्तिगत बेहतरीन प्रदर्शन देखने को मिले। बल्लेबाजी में गेल, वॉटसन और गेंदबाजी में राशिद खान और मार्कंडेय को हमने धमाल मचाते देखा। पिछले दो दिन में हमने दिल्ली को एक बार फिर हारते हुए देखा और इस बार उसे यह शिकस्त घरेलू मैदान फिरोजशाह कोटला में खेले गए उसके पहले मैच में ही मिली।
आधा टूर्नामेंट होने के बाद अंक तालिका में निचले पायदान पर उन्हें नया करने की जरूरत है, इसलिए कप्तान गंभीर ने पद छोड़ दिया है। मैं नहीं जानता कि गंभीर की कप्तानी में कोई समस्या है या फिर उनका फॉर्म में न होना। हालांकि नेतृत्व में बदलाव करने से भी समस्या तब तक नहीं सुलझेगी जब तक मैक्सवेल जैसे बल्लेबाज रन नहीं बनाएंगे। हो सकता है कप्तानी का दबाव हटने के बाद गंभीर खुलकर बल्लेबाजी कर पाएं, मेरी शुभकामनायें दिल्ली के साथ हैं।
इसके अलावा गेंदबाजी में अकेले ट्रेंट बोल्ट के भरोसे काम नहीं चल सकता। गंभीर की कप्तानी थी, जिसे दिल्ली डेयरडेविल्स के मालिक चाहते थे। करियर के इस मुकाम पर उनकी बल्लेबाजी एक वैल्यू एडीशन की तरह है। पंजाब के खिलाफ उनकी हार दिल तोड़ने वाली रही।